चाईबासा : चक्रधरपुर में बुधवार की दोपहर मुंबई-हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर बिंजय पुल के समीप राउरकेला से टाटानगर की ओर जा रही दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक ही परिवार के 4 लोगों की घटनास्थल पर ही कटकर मौत हो गयी थी। घटना के बाद गुरूवार को पुलिस ने चारों शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। देर शाम बड़ाबांबो के तेलांगजुड़ी गांव में अंतिम संस्कार किया गया। गुरूवार को मृतक अमर सिंह पुरती के मौसी बाले पुरती, चचेरा भाई बुधन सिंह पुरती समेत तेलांगजुड़ी गांव के जीगी सोय, गुरूवारी मेलगांडी, उषा बोयपाई, जेमा बोयपाई एवं लौड़िया गांव से शंकर बोदरा, जमुदा बोदरा, सोमवारी बोदरा अनुमंडल अस्पताल पहुंचे और चोरों मृतक की शव को तेलांगजुड़ी गांव ले गये। खरसावां विधानसभा क्षेत्र के विधायक दशरथ गागराई भी अनुमंडल अस्पताल पहुंचे और परिजनों से घटना के संबंध में वार्ता की और ढांढस बंधाया।
दादी सुमी को मिलती थी 10 हजार पेंशन
मृतक परिवार के लोगों ने बताया की दादी सुमी पुरती के दस हजार रूपये पेंशन से पूरा परिवार चलता था। अमर सिंह पुरती की शादी दो माह पहले सरायकेला के रेंगाड़ीह गांव निवासी बाह पुरती के साथ हुई थी। अमर सिंह पुरती एक प्राईवेट कंपनी अमलगम पावर स्टील में मजदूर के रूम में काम करता था। अब इस परिवार को दादी की मौत हो जाने के बाद परिवार चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि घटना हृदय विदारक है। एक ही परिवार के चार लोगों की एक साथ मौत हो जाना काफी दर्दनाक है। विधायक ने कहा की शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा के मॉनसून सत्र में वे इस घटना को सरकार के समक्ष रखेंगे। उनका प्रयास रहेगा की सरकारी प्रावधानों के तहत पीड़ित परिवार को लाभ मिले। मृतक अमर सिंह पुरती का तीन भाई एवं दो बहन है। सबसे बड़ा अमर सिंह पुरती था। उसके बाद 19 वर्षीय बहन डोली पुरती, 18 वर्षीय छोटा भाई नरसिंह पुरती और 15 वर्षीय हाथीराम पुरती है। डोली पुरती का विवाह तीन वर्ष पहले कांड्रा में हो गया है। जबकि अमर सिंह पुरती व छोटी बहन 18 वर्षीय जेमा पुरती की मौत ट्रेन के कटकर मौत हो गयी।
सीनियर डीसीएम ने कहा कि मुआवजे का प्रावधान नहीं : मनीष पाठक
चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने कहा कि रेलवे में मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है। मनीष कुमार पाठक ने कहा की दुरंतो ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौत ने पूरे रेल मंडल को आहत कर दिया है। उन्होंने कहा की मुंबई-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग का चक्रधरपुर रेल मंडल का रेल खंड 130 किमी की रफ्तार पर ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यहां ट्रेनें अब काफी रफ्तार से चलेगी। इसलिए रेल पटरियों को पार करने व उसपर चलने वाले लोग सावधानी बरतें। रेलवे भी अपनी तरफ से इस घटना को गंभीरता से लेते हुए लोगों को जागरूक करने का काम करेगी और पेट्रोलिंग भी बढ़ा देगी। रेलवे बोनाफाइड रेल यात्रियों को ही हादसे का शिकार होने पर तय नियम के तहत मुआवजा दे सकती है। लेकिन इस मामले में पीड़ित परिवार को मुआवजा देने का कोई प्रावधान नजर नहीं आ रहा है।