जमशेदपुर : कोविड 19 के सकेंड वेव के कारण 16 अप्रैल से राज्य स्तरीय व अन्तराजजीय बसों के पहिये थम जाने से इस व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों को 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। 46 दिनों के अंतराल में व्यापारियों की कमर टूट गई है। ऐसे में बस मालिक रोड टैक्स माफ करने और उनके लिए कुछ राहत पैकेज देने को घोषणा की उम्मीद झारखंड सरकार से लगाए बैठे हैं।
शहर से रोजाना 450 बसों का होता था परिचालन
जमशेदपुर से हर दिन 450 बसों का परिचालन होता था। यहाँ से बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा उतर प्रदेश, ओड़िसा, बंगाल , छत्तीसगढ़ , बेंगलुरु सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के लिए भी बसे चलती थी, लेकिन कोविड वायरस ने बसों के पहियों पर ब्रेक लगा दी। ऐसे में बस के ड्राइवर कंडक्टर और खलासी की रोजी मार खा गी। उनके पास घर पर बैठने के अलावा और दूसरा कोई चारा नहीं था। कुछ बस ड्राइवर अब ईंट व बालू के ट्रक चला रहे हैं तो कुछ खलासी व कंडक्टर सब्जी बाजार में ठेला खींच रहे है, लेकिन जो अब भी अपने मालिक के साथ बने हुए है उनका घर चलाने की जिम्मेदारी भी बस संचालकों पर ही आ गई है। बस मालिकों की अब सरकार से अनलॉक के आदेश का इंतजार है।