जमशेदपुर : कोरोना का वैक्सीन देने के पहले शनिवार को सदर अस्पताल में मॉक ड्रील करके वेक्सीनेशन कि या गया। इस दौरान सबकुछ बिल्कुल अनूठा था। ऐसा लग रहा था मानो सबकुछ सही में हो रहा है। वेक्सिनेशन के लिए कुल 25 स्वाथ्यकर्मियों को बुलाया गया था। इसके लिए सभी को मोबाइल पर मैसेज करके इसकी जानकारी दी गई थी। वेक्सिनेशन के दौरान होने वाली परेशानी और सावधानी के बारे में बताने का काम किया गया।
सबसे पहले साबुन से हाथ धुलाया गया
वेक्सिनेशन के लिए पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों का सबसे पहले हाथ धुलाने का काम किया गया। इसके बाद उन्हें कतार में खड़ा किया गया। इसके बाद उनका तापमान मापा गया। तीसरे स्टेप में उन्हें वेटिंग रूम में बैठा गया। इसके बाद वेक्सिनेशन का नंबर आने के बाद उन्हें 5 मिनट के भीतर ही वेक्सीन देने का काम किया गया।
वेक्सीन लेने के बाद 30 मिनट ठहराया गया
वेक्सीन देने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों को 30 मिनट तक एक दूसरे कमरे में ठहराया गया था। अगर 30 मिनट के भीतर कुछ नहीं होता है तो उन्हें वापस घर जाने के लिए कहा जाएगा। डॉक्टरों का कहना था कि वेक्सिनेशन का साईड इफेक्ट भी हो सकता है। इस कारण से सभी को 30 मिनट तक ठहराने का काम किया जाएगा।
28 दिनों के अंतराल में लगेगा दूसरा वेक्सीन
एक कर्मचारी को 28 दिनों के अंतराल में दूसरा वेक्सीन विभाग की ओर से दिया जाएगा। यह वेक्सीन पूरी तरह से नि: शुल्क देने का काम किया जाएगा। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को, दूसरे चरण में जिला प्रशासन व पत्रकार वर्ग के लोग शामिल होंगे, जबकि तीसरे चरण में आम लोगों को वेक्सीन देने का काम किया जाएगा।