जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में चोरों का गैंग किस तरह से सक्रिय है इसका उदाहरण शुक्रवार की देर रात को देखने को मिला. यहां पर 3 रोगी का रात के समय ब्लड चढ़ रहा था. उस समय ही चोरों ने तीनों रोगी का मोबाइल उड़ा लिया. तीन मोबाइल की चोरी होने की भनक रोगियों को लगते ही अस्पताल में हो-हंगामा शुरू हो गया.
अब चर्चा यह हो रही है कि आखिर घटना को अंजाम कौन दे रहा है. अस्पताल में होमगार्ड की ड्यूटी रहती है. उनसे भी रोगी सवाल करने से नहीं चूक रहे हैं.
पत्रकार भी हैं भुक्तभोगी में शामिल
मोबाइल चोरी की घटना में भुक्तभोगी के रूप में पत्रकार बिनोद दास भी शामिल हैं. बिनोद दास करनडीह गैंताडीह के रहने वाले हैं. एक सप्ताह से वे हर्निया की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती हैं.
चार दिनों के बाद चढ़ाया ब्लड
बिनोद दास को ब्लड की भी शिकायत थी. इसके बाद उसे ब्लड भी उपलब्ध कराया गया था. बावजूद अस्पताल के डॉक्टरों ने ब्लड चढ़ाने का काम नहीं किया. शुक्रवार को जब पत्रकार अस्पताल अधीक्षक से मिले तब जाकर बिनोद दास को ब्लड चढ़ाया गया.
अस्पताल में भर्ती होने का मतलब राम भरोसे
अस्पताल के भुक्तभोगी का कहना है कि अस्पताल में भर्ती होने का मतलब है कि राम भरोसे रहना. यहां पर रोगी को भी डॉक्टर देखने के लिए नहीं जाते हैं. पत्रकार बिनोद दास के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है.