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जमशेदपुर : खासमहल के बाहागढ़ में 14 साल पहले ऐसे ही बसी थी बस्ती, ग्रामसभा के नेतृत्व में तीर-धनूष लेकर निकल गए थे लोग, मजिस्ट्रेट का किया था विरोध
जमशेदपुर : जिस तरह से आज परसूडीह में खासमहल की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का कार्य पिछले एक सप्ताह से चल रहा है ठीक उसी तरह 14 साल पहले भी हुआ था जब बाहागढ़ बस्ती में लोगों ने प्लास्टिक तानकर और खास-फूस रखकर वहां पर चूल्हा जलाना शुरू किया था। तब स्थानीय ग्रामसभा के लोगों ने जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त मजिस्ट्रेट और स्थानीय पुलिस का भारी विरोध किया था। बस्ती को तोड़ने के लिए पुलिस बल की भी व्यवस्था की गई थी, लेकिन नतिजा शिफर ही निकला था।
इंसपेक्टर ऑफिस, सीओ ऑफिस और परसूडीह थाने के बगल मे हो रहा है अतिक्रमण
जहां पर खासमहल की जमीन का अतिक्रमण किया गया है वहां पर इंसपेक्टर का ऑफिस, सीओ की ऑफिस और परसूडीह थाना भी 100 मीटर की दूरी पर ही है। डीसी और एसएसपी भी इस तरह के मामले मे यह बराबर कहते हैं कि थाना क्षेत्र में सरकारी जमीन का अतिक्रमण होने पर थानेदार जिम्मेवार होंगे, लेकिन अभी तक किसी थानेदार पर इस तरह के मामले में कार्रवाई तक नहीं हुई है।
परसूडीह के थानेदार थे कृष्ण मुरारी
वर्ष 2007 में परसूडीह के थानेदार एसआई कृष्ण मुरारी थे। तब परसूडीह सब इंसपेक्टर पोस्ट ही हुआ करता था। थानेदार भी जिला प्रशासन की पहल पर बाहागढ़ में कब्जा अभियान चलाने के लिए पहुंचे हुए थे, लेकिन उन्हें भी मुंह की खानी पड़ी थी।
तीर-धनूष के साथ पहुंचे थे अतिक्रमणकारी
तब तीर और धनूष के साथ अतिक्रमणकारी पहुंचे हुए थे। तब लोग थक गए तब जेसीबी के सामने सो गए थे। इस पुलिस ने कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की थी, लेकिन लोगों ने इसका भारी विरोध किया था। इसके बाद जिला प्रशासन की टीम भी बैकफुट पर आ गई थी।
खासमहल में सिर्फ प्लास्टिक तना है
वर्तमान की बात करें तो खासमहल की जमीन पर सिर्फ प्लास्टिक ही तानने का काम किया गया है। बावजूद जिला प्रशासन की ओर से पहल नहीं की जा रही है। फिर से बाहागढ़ वाली समस्या उत्पन्न होने की आशंका स्थानीय लोगों ने व्यक्त की है। उसके बाद जिला प्रशासन चाहकर भी कुछ भी नहीं कर सकेगा।
अतिक्रमण की जमीन पर बसा है सुंदरनगर
सुंदरनगर की करीब 30 हजार की आबादी अतिक्रमण की जमीन पर ही बसा हुआ है। यहां पर जब भी कोई आलीशान मकानें और दुकानें बनती हैं, तब छत की ढलाई होने के बाद ही सीओ पहुंचते हैं और काम को रोकवाने का प्रयास करते हैं, लेकिन अंत में वे भी जेसीबी के साथ बैरंग लौट जाते हैं।