जमशेदपुर : 10 घंटे कड़ी मशक्कत के बाद अंततः मलवे में दबे जीवन के शव को बुधवार की तड़के बाहर निकाला जा सका। टाटा स्टील फायर ब्रिगेड की रेस्क्यू टीम और ठेका मजदूरों की मदद से शव को बाहर लाया जा सका। इधर, शव के बाहर आते ही परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर एक बार फिर से हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशित लोगों ने शव ले जाने आए एंबुलेंस को भी रोक दिया। हालांकि बाद में पुलिस के समझाने बुझाने के बाद परिजन शव ले जाने देने के लिए माने।
मृतक के परिजनों का कहना था कि मौत के कारणों की जांच होनी चाहिए। वहीं, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए। परिजनों का आरोप था कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण जीवन सोना के साथ हादसा हुआ और उसकी मौत हो गई। बता दें कि मंगलवार शाम सीवरेज लाइन का काम करने के दौरान कदमा रामनगर में मजदूर जीवन सोना मिट्टी में दब गया था। मौके पर मौजूद उसके साथी तत्काल भाग खड़े हुए थे। जुस्को के अधीनस्थ काम करने वाली आरआरई कंपनी के अंडर में ठेका मजदूरी करने वाले जीवन के दुर्घटना का शिकार होने के काफी देर बाद तक किसी तरह का राहत कार्य शुरू नहीं हो पाया था। बाद में परिजनों के मौके पर पहुंचने और स्थानीय लोगों के जुट जाने के बाद राहत कार्य शुरू हुआ।