चाईबासा : मशरूम की खेती कर किसान हजारों लाखों की प्रति माह कमाई कर सकते हैं। जरूरत है मेहनत से विधि अनुसार खेती करने की। यह बातें और्गेनिक मिशन ऑफ इंडिया के को-ऑडिनेटर व मास्टर ट्रेनर राजू बड़ाईक ने ’ मनोहरपुर प्रखण्ड के नंदपुर, डोंगाकाटा में आदिवासी बहुद्देशीय उत्थान सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा आयोजित एक दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण शिविर में कहा। उन्होंने प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि मशरूम की खेती तीनों सीजन जाड़ा, गर्मी और बरसात में किया जा सकता है। बस जरूरत है मौसम के हिसाब से देख-भाल करने की। इसके लिए कोई फैक्ट्री
खोलने की जरूरत नहीं है। यह काम घर में ही कर सकते हैं । इस काम में महिलाएं बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। मैं किसानों को नेटवर्क दिखाने का काम करता हुं। मशरूम लगभग 35 डिग्री तापमान में 30 से 35 दिनों में तैयार हो जाता है। उन्होंने मशरूम उत्पादन करने की विधि विस्तार रूप से बताया। मशरूम प्रशिक्षक मोहित करवा ने प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित लोगों को मशरूम तैयार करने की विधि को प्रेक्टिकल कर के बताया। 10 किलो मशरूम बीज के लिए 200 किलो कटा हुआ बिचाली जरूरी बताया। फिर उन्होंने बिचाली का उपचार उसमे मशरूम बीज डालने की विधि पौधे का रख-रखाब आदि के बारे में जानकारी दी। मोके पर आदिवासी बहुउद्देशीय उत्थान सहकारी समिति लिमिटेड के स्टेट को- ऑडिनेटर जेजेबी तिर्की, महेंद्र गंझू, सोमनाथ होनहागा आदि उपस्थित थे।