चाईबासा: चाईबासा के टोंटो बाइहातु में जो पांच लोग लापता था उनमें से हत्या के बाद एक को जला दिया गया था जबकि चार को दफनाया गया था। इसका भांडाफोड़ डीआईजी राजीव रंजन और एसपी अजय लिंडा ने आज कर दिया है। मामले में दोनों पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर हत्या की गई थी। नानीका हेस्सा ने भतीजा कैरा लागुरी, उसकी पत्नी मेंजो उर्फ टुंपी लागुरी और उसके तीन बच्चों के लापता होने की शिकायत 26 सितंबर को थाने में की थी। पूछताछ के क्रम में ही पुलिस को पता चला कि कैरा लागुरी का पूरा परिवार ही कमाने के लिए ओड़िशा गए हुए हैं। वहां पर जांच के क्रम में पुलिस ने कैरा लागुरी की मोबाइल नंबर को ट्रैक किया। इससे ही साफ हो गया कि 22 मार्च तक उसका मोबाइल चालू था और उसके बाद बंद हो गया। जांच में ही हाट गम्हरिया के सामु गागराई को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद उसने हत्या का राज ही खोल दिया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
चुंगी लागुरी, मानकी मानकेराइ, टोपरिया लागुरी, सोनाराम सिंकू, मार्टम उर्फ बोचे लागुरी, टुरके उर्फ पुनु सिंकू, मंगल हेस्सा, बुधन हेस्सा और टुरी लागुरी को गिरफ्तार किया गया।
10 किलोमीटर दूर नदी किनारे दफनाया
आरोपियों ने पूछताछ के क्रम में बताया कि पांचों की हत्या करने के बाद नदी के किनारे शव को दफना दिया गया था। बड़ा बेटा की हत्या घर में ही कर दी गयी थी। इसके बाद शव को नोगड़ाबुरूगड़ा नदी के किनारे रखकर जला दिया था। जबकि चार लोगों को बगल में ही दफना दिया गया था।
नरकंकाल की फारेंसीक होगी जांच
बरामद नर कंकाल की चाईबासा पुलिस फारेंसीक जांच कराएगी। जले हुए बच्चे का पुलिस को कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके आज न्यायिक हिरासत में भेजा है।