चाईबासा : इंटक के पूर्व महासचिव नरसिंह किसान की ह्दयगति रूकने से मौत हो गई। इसके पहले उन्हें गुवा अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया था। मंगलवार को इसकी सूचना पाकर जदयू नेता बिमल सुंब्रुई हिटलर समेत अन्य नेता उनके आवास पर पहुंचे और दो मिनट का मौन रखकर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं नरसिंह
नरसिंह किसान अपने पीछे भरा-पूरा परिवार को छोड़कर गए हैं। इसमें उनकी पत्नी सावित्री किसान, बड़े पुत्र विष्णु किसान, कार्तिक किसान, पुत्री विद्या किसान, पार्वती किसान, व उनके समर्थक पवन मोदी इत्यादि ने शोक संतप्त परिजनों को ढाँढस बँधाया । इंटक में रहकर भी मजदूरों के बीच मुखर रहने के कारण लोकप्रिय रहे । वे जिला काँग्रेस में भी कई बार आमंत्रित सदस्य रहे थे । उन्होंने सारा जीवन काँग्रेस पार्टी में रहते हुए स्व. बागुन सुम्बुरुई को सांसद बनाने में आजीवन किसान का योगदान रहा । इनकी मौत इंटक मजदूर संघ, व हम सुम्बुरुई परिवार व सिंहभूम के लिए अपूरणीय क्षति हैं । इसकी भरपाई करना असंभव हैं । इंटक परिजनों को भविष्य में हर संभव मदद करने हेतु विमल सुम्बुरुई हिटलर निरंतर संपर्क व पारिवारिक संबंध आजीवन बनाएं रखेंगे।
जदयू के ये नेता पहुंचे
जदयू के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्रवंशी, पूर्व प्रत्याशी बिनोद सवैया , मो.सलाम नवाब, इंटक जिलाध्यक्ष पश्चिमी सिंहभूम मंगल करुआ, विशाल करुआ, बासु करुआ, दुचा टोप्पो इंटक , नरेश दास आदि पहुंचे हुए थे।