जमशेदपुर : आदित्यपुर रोड नंबर दो रायडीह बस्ती निवासी 77 वर्षीय बुजुर्ग राकेश लांबा ने गमछे के सहारे बांस से लटक कर बुधवार की दोपहर आत्महत्या कर ली। परिजन उसे लेकर एमजीएम अस्पताल भी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांचके बाद मृत घोषित कर दिया। कर्मचारियों ने मृतक के शव को अस्पताल के शीतगृह में रखवा दिया है।
15 मिनट के भीतर ही लगाई फांसी
घटना के बारे में मृतक के नाती सुखदेव पापा ने बताया कि बुधवार की दोपहर लगभग 12 बजे वह घर से बाहर से बस्ती में घूमने के लिए निकला। 15 मिनट बाद ही दोस्त ने आकर दादू के फांसी लगाने की जानकारी दी। उसके बाद वह घर पहुंचा तो देखा कि दादू गमछे के सहारे बांस से लटके हुए हैं। जिसके बाद घटना की सूचना झारखंड सामाजिक कल्याण समिति के सदस्य ध्रुव प्रसाद सिंह और भाजपा ओबीसी मोर्चा जिला उपाध्यक्ष संतोष मंडल को दी। दोनों मृतक के घर पर पहुंचे। साथ ही इसकी सूचना पुलिस और 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस को भी दी। काफी देर तक जब एंबुलेंस नहीं आई तो पुलिस की मौजूदगी में बुजुर्ग राकेश लांबा को फंदे से उतारकर एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच कर मृत घोषित कर दिया।
लंबी बीमारी से थे परेशान
घटना के बारे में नाती सुखदेव थापा ने बताया कि उसके दादू राकेश लांबा बीते एक साल से हाइड्रोसील की बीमारी से ग्रस्त थे। वह अपने मामा करण लांबा और दादू के साथ रहता था। मामा चार दिन पहले खरसावां अपने गांव गए हैं। किसी तरह मेहनत मजदूरी कर घर चलता है। वहीं दादू को इलाज के लिए हम एमजीएम अस्पताल लेकर गए थे। मगर वहां से हमें रांची के रिम्स अस्पताल में इलाज कराने की बात कही। पैसों की कमी के कारण हम दादू का इलाज नहीं करा पाए और दिन-ब-दिन बीमारी बढ़ती गई। ऐसा लगता है कि बीमारी से तंग आकर ही दादू ने आत्महत्या कर ली है।