जमशेदपुर : धालभूमगढ़ में लकड़ी माफियाओं द्वारा नरसिंहगढ़ हवाईपट्टी स्थित घने जंगलों को काटकर साल के कई वृक्षों को टपाने का कार्य किया जा रहा है। स्थानीय लकड़ी माफियाओं द्वारा आरा मिलों से संपर्क साधकर रात के समय आरा ब्लेड से पेड़ो को काटा जा रहा है। वन विभाग की निष्क्रियता एवं सुरक्षा का फायदा लकड़ी माफिया उठाने में लगे हैं। बीते चार पांच दिन पहले हवाई पट्टी स्थित कांठ घर के सामने लगभग 20 वृक्षों को काटकर एक पिकअप वैन में टपाए जाने की सूचना है। उस क्षेत्र में लगभग 40 साल के वृक्षों को टुकड़ों में काटकर रख दिया गया है। इन टुकड़ों को वन विभाग की टीम ने रविवार को जब्त किया। सभी साल वृक्षों के टुकड़ों को ट्रैक्टर के सहारे वन विभाग के विश्रामागार परिसर में रखा गया है। इन टुकड़ों की लंबाई लगभग 6-7 फीट, गोलाई लगभग 4-6 फीट, चौड़ाई लगभग 4-5 फीट बताया जा रहा है। जब्त किए गए साल वृक्षों की कीमत लगभग तीन लाख रुपए बताई जा रही है। हालांकि वनपाल बुद्धदेव ने बताया कि विभाग की टीम लगातार गश्त करती है, विभाग के पास बल की कमी है और सुरक्षा के कोई साधन नही है कि रात में पेट्रोलिंग हो सके। इसी का फायदा बीच-बीच में लकड़ी माफिया उठा रहे हैं। स्थानीय लकड़ी कारोबारियों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है। इस मामले में मामला दर्ज किया जा चुका है। जब्त करते समय वनपाल बुद्धदेव के साथ वनरक्षी आकाश षड़ंगी, तपन मुंडा, रंजू सोरेन शामिल थे।