सरायकेला-खरसावां : सरायकेला- खरसावां जिले के चांडिल प्रखंड के रूदिया स्थित स्वर्णरेखा मॉडल नर्सरी में अगलगी की घटना में लाखों रुपया के फलदार पेड़-पौधे झुलसकर नष्ट हो गया। गर्मी में कुदरत का कहर कहें या असमाजिक तत्वों की करतूत अगलगी कि बड़ी घटना ने नर्सरी को भारी नुकसान पहुंचाया। नर्सरी के संचालक युधिष्ठिर सिंह मुंडा ने बताया कि नर्सरी के पास स्वर्णरेखा नदी स्थित झाड़ी में आग लगा और तेज हवा के बीच देखते ही देखते आग की लपटें पूरे स्वर्णरेखा मॉडल नर्सरी को अपने आगोश में समा लिया। नर्सरी में काम करने वाले मजदूर और कर्मचारी अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने स्तर से आग बुझाने का प्रयास किया परंतु आग अपने पूरे रौद्र रूप में तांडव मचा रहा था। कर्मचारियों एवं मजदूरों ने अपने स्तर से मोटर पम्पों के जरिये घंटो मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
घटना में ये पेड़-पौधे जले
घटना में ढाई हजार से ज्यादा फलदार पौधे जिसमे काजू, आम, अमरूद, चीकू, नींबू, अनार, कटहल,लीची एवं बैर आदि जलकर खाक हो गया। इसके अलावे मोटर पम्प और घेराबंदी किया गया दस किवंतल नेट भी आग की भेंट चढ़ गया। कर्मचारियों ने इसकी सूचना वन विभाग को दे दी है।
नर्सरी के कर्मचारी हैं मायूस
घटना के बाद से नर्सरी के कर्मचारियों में काफी मायूसी देखी जा रही है। विगत 16 मार्च की रात की हाथियों के झुंड ने नर्सरी में उत्पात मचाकर काफी नुकसान पहुंचाया था। लगातार हाथियों एवं प्रकृति के प्रकोप के हमले से नर्सरी के कर्मचारी दुखी है। इसके बावजूद उनके हौसलें बुलंद है।