सरायकेला-खरसावां : चांडिल डैम के दो पिलरों में आयी दरार को लेकर नई दिल्ली से सेंट्रल एंड मैटेरियल्स रिसर्च स्टेशन( सीएसएमआरएस) की तीन सदस्यीय वैज्ञानिकों की एक टीम मंगलवार को चांडिल डैम पहुंची। वैज्ञानिकों की टीम ने चांडिल डैम के पिलर में किन कारणों से दरार आई है। इसको लेकर मशीन से करंट प्रभावित करके एवं अन्य तरीकों से डैम के कंक्रीट की स्ट्रेंथ की बारीकियों से जांच की। 18 मार्च को सेंट्रल एंड मैटेरियल्स रिसर्च स्टेशन की पांच सदस्यीय टीम चांडिल डैम पहुंचकर चांडिल डैम में आई दरार बढ़ने की गति मापने के लिए टुडी एवं थ्री डी क्रेक मॉनिटर यंत्र लगाया था।
वर्ष 2018 में आई थी पहली बार दरार
वर्ष 2018 में पहली बार चांडिल डैम में पिलरों में दरार आयी थी। इसके बाद दिल्ली, भुवनेश्वर एवं रांची से कई टीम चांडिल डैम आकर जांच कर चुकी है।