सरायकेला-खरसावां : जिले में लगातार हाथियों के तांडव का शिकार ग्रामीण होते रहे हैं । वर्ष 10 अप्रैल 2020 में जंगली हाथी के हमले में मारे गए ग्रामीण के परिजनों को वन विभाग ने बकाया राशि 3.75 लाख रुपये का चेक मुआवजा के रूप में दिया है। सरायकेला प्रखंड के महुलडीहा गांव में बीते वर्ष 10 अक्टूबर को जंगली हाथी के हमले में मारे गए 50 वर्षीय दामू सोय के परिजनों को वन विभाग द्वारा राज्य सरकार के प्रावधानों के तहत मुआवजे का भुगतान किया गया। इस अवसर पर गोविंदपुर ग्राम पंचायत मुखिया शकुंतला महाली द्वारा मृतक की विधवा नादी सोय को वन विभाग की ओर से चेक प्रदान किया गया।
घटना के दिन से ही वन विभाग रहा सक्रिय
प्रभारी फॉरेस्टर सुनील कुमार महतो ने बताया कि बीते वर्ष 10 अक्टूबर को संध्या गश्ती के दौरान खबर मिली थी कि महुलडीहा गांव में जंगली हाथियों ने गांव के एक ग्रामीण दामू सोय को कुचल कर मार दिया है। मौके पर पहुंच कर मृतक दामू का पोस्टमार्टम कराया गया और सारी कार्रवाई पूरी करते हुए सरकार की योजना के अनुसार मुआवजे की पहली किस्त 25000 मृतक के परिजनों को तत्काल दी गई थी। शुक्रवार को दूसरे और अंतिम किस्त के मुआवजे का भुगतान किया गया है। मौके पर उपस्थित मृतक के बड़े बेटे जाम्बीरा सोय ने बताया कि घटना के दिन पिता दामू खेत की तरफ गए थे। वहां पर हाथियों ने हमला करके मार डाला था।
मौके पर ये थे मौजूद
मौके पर सरायकेला वन क्षेत्र के प्रभारी फॉरेस्टर सुनील कुमार महतो, प्रभारी फॉरेस्टर श्रावंती दे एवं राजनगर वन क्षेत्र के प्रभारी फॉरेस्टर शुभम पंडा मुख्य रूप से उपस्थित थे।