जमशेदपुर : राज्य के गरीब-गुरबों को मात्र पांच रुपये में ही भरपेट खाना मुहैया कराने को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री दाल-भात योजना को सालों पूर्व शुरू कराया गया था। जब योजना को शुरू कराया गया था, तब यह गरीबों के लिए सोने-पे-सुहागा था, लेकिन कोरोना काल में इसपर तो ग्रहण सा लग गया है।
कोरोना के भय से नहीं पहुंच रहे हैं लोग
कोरोना के भय के मारे लोग दाल-भात केंद्र तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। भले ही कहीं ज्यादा पैसा देने पड़े। ऐसे में केंद्र का संचालन करने वाली महिला समिति की सदस्य भी खासा परेशान हैं। उनके लिए तो सामानों का खर्च निकाल पाना भी मुश्किल हो गया है।
पैसे वाले खाते थे चिकन-भात
दाल-भात केंद्र में गरीबों के लिए 5 रुपये में ही दाल और भात मिलती है, लेकिन जो पैसे वाले हैं उनके लिए चिकन-भात की सुविधा मिलती थी। इसके लिए उन्हें अलग से चुकाना पड़ता था। हालाकि कोरोनाकाल में सबपर ग्रहण लगा हुआ है।