चाईबासा : जब-जब आपदा आई है, मुनाफाखोर इस आपदा को भी अवसर बनाने में पीछे नहीं रहे हैं। कोरोना महामारी के दौरान लगातार ऊँची कीमतों पर सामानों की बिक्री, नकली सामानों की बिक्री, एक्सपायर्ड सामानों की बिक्री के साथ-साथ जमाखोरी व कालाबाजारी ने रफ़्तार पकड़ ली है। ऐसी ही मामलों की शिकायत पर मुनाफाखोरों और आपदा को अवसर बनाने वाले लोगों पर नकेल कसने के लिए पश्चिम सिंहभूम जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला प्रशासन के द्वारा मंगलवार को चाईबासा मंगला हाट के दो दुकानों में छापेमारी की गयी जहाँ से अधिकारीयों ने बोतल बंद एक्सपायर्ड सरसों तेल की खेप पकड़ी है। अधिकारियों ने
त्वरित कार्रवाई करते हुए एक्सपायर्ड सरसों तेल बेचने वाले दिलीप कुमार और अजय लाल की दुकानों को सील कर दिया है और उनपर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। इस छापामारी टीम का नेतृत्व चाईबासा एसडीओ सचिन्द्र बड़ैक कर रहे थे जबकि उनके साथ चाईबासा एसडीपीओ दिलीप खलखो और सदर थाना प्रभारी भी मौजूद थे। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार जिला प्रशासन के द्वारा जमाखोरी और कालाबाजारी की शिकायत पर छापामारी जारी है। जहाँ से भी नकली, एक्सपायर्ड और ऊँची कीमत पर सामान की बिक्री की शिकायत मिल रही है प्रशासन जांच कर रही है। प्रशासन के लगातार छापामारी और जाँच से दुकानदारों व गोदाम संचालकों में हडकम्प है। चाईबासा एसडीओ सचिन्द्र बड़ैक ने कहा की दुकानदार जिले के गरीब आदिवासी जनता के अज्ञानता का फायदा उठाकर उन्हें नकली, एक्सपायर्ड सामान बेचते हैं। मुनाफा कमाने के लिए ऊँची कीमत भी वसूली जाती है। जिसपर कार्रवाई की जा रही है।