जमशेदपुर : झारखंड कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह कराह रहा है। लौहनगरी जमशेदपुर भी इस महामारी की चपेट में आकर बुरी तरह से सिहर उठा है। स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से बेआबरू हो चुकी है। वैसे जमशेदपुर इस वैश्विक आपदा की घड़ी में खुद को खड़ा करने का पुरजोर कोशिश कर रहा है। सामाजिक संगठनों ने अपने हर मुमकिन प्रयास तेज कर दिए हैं। मारवाड़ी समाज के सभी शाखा जहां होम आइसोलेट कोरोना वायरस से संक्रमित हजारों मरीजों के घर- घर भोजन और ऑक्सीजन पहुंचने में जुटा हुआ है।वही शनिवार से सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से 20 बेड का ऑक्सीजन युक्त अस्पताल सभी गुरुद्वारों में खोलने का निर्णय लिया गया है। साकची स्थित प्रधान कार्यालय से इसकी शुरुआत भी कर दी गई है। कमेटी के सदस्यों ने जिला प्रशासन और सिविल सर्जन से यहां मरीजों का ईलाज मुहैया कराने को लेकर अर्जी दाखिल करने की बात कही है। सीजीपीए के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने बताया कि जिला प्रशासन से अनुमति मिलते ही शहर के सभी गुरुद्वारों में इसकी व्यवस्था कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आज से शुरू हो रहे 20 बेड के ऑक्सीजन युक्त अस्पताल में मरीजों को कोविड-19 जांच कराकर आना होगा। भोजन और दवाइयों की व्यवस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी करेगी। यहां नियमित रूप से डॉक्टर भी मरीजों को सेवा उपलब्ध कराएंगे। निश्चित तौर पर आपदा की इस घड़ी में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने समाज के समक्ष एक ऐतिहासिक मिसाल पेश की है। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख गुरमुख सिंह मुखे ने बताया कि यहां किसी तरह भी मरीजों के इलाज में लापरवाही नहीं बरती जाएगी। सीजीपीसी के वॉलिंटियर्स 24 घण्टे ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। उन्होंने पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध होने की बात कही।