सरायकेला-खरसावां : जिले के चांडिल प्रखंड के फोकस एरिया हेसाकोचा एवं मातकमडीह पंचायत में रविवार की रात हुई तेज बारिश ने क्षेत्र की विकास की दावों की पोल खोल कर रख दिया है। नक्सल प्रभावित हेसाकोचा पंचायत में विकास योजनाओं में किस कदर भ्र्ष्टाचार और अनियमितता बरती गई है इसका जीता जागता नमूना है राँगाडीह से पुराना हेसाकोचा पंचायत भवन तक बनी ढाई किलोमीटर की सड़क। सड़क एवं गार्डवाल निर्माण में काफी अनियमितता बरती गई है। सड़क निर्माण के छह माह के भीतर पहली बारिश में ही सड़क कई जगहों पर टूट गई है। सड़क की समस्याओं से जूझ रहे हेसाकोचा पंचायत में काफी प्रयास के बाद ढाई किलोमीटर सड़क बनी, परंतु यह सड़क भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ गई। आजादी के बाद पंचायत के कई उबड़-खाबड़ रास्ते आज भी निर्माण की बाट जो रहा है। सड़क के अभाव में गितिलबेड़ा, हाथिकोचा,पोडोकोचा, लावा टोला से 10 से 12 किलोमीटर दूर से पैदल ग्रामीण अपनी जरूरत की सामग्री की खरीद बिक्री के लिए चांडिल और चौका आते हैं। हेसाकोचा एवं मातकमडीह पंचायत में बारिश से हुई भारी तबाही के बाद गुरुवार को चांडिल सीओ प्रणव अम्बष्ठ हेसाकोचा पंचायत के हेसाकोचा और रांका पहुंचे तथा नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने राजस्व उपनिरीक्षक को प्रभावित लोगों का मुआवजा संबंधित अभिलेख आपदा प्रबंधन विभाग को शीघ्र भेजने के लिए कहा।