चाईबासा : सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लौह अयस्क खदानों के भ्रष्टाचार को लेकर न सिर्फ विपक्ष के निशाने पर हैं बल्कि उनके सहयोगी दल के बड़े नेता भी अब उनपर खुलकर हमला करने लगे हैं। ताज़ा मामला पश्चिम सिंहभूम की है। पूर्व मुख्यमंत्री सह कांग्रेस नेता मधु कोड़ा ने हेमंत सरकार पर गलत तरीके से टेंडर निकाल खास लोगों को फायदा पहुंचाने का सीधा आरोप मढ दिया है। मधु कोड़ा पश्चिम सिंहभूम जिले के नोवामुंडी प्रखंड में खनन बहुल ईलाके का दौरा कर रहे थे। इसी क्रम में मधु कोड़ा आज बंद पड़े पदम् कुमार जैन ठकुरानी लौह अयस्क खदान पहुँच गए। यहाँ उन्होंने बंद खदान में स्टॉक में रखे गए लौह अयस्क के भण्डारण का भौतिक सर्वेक्षण किया। उन्होंने पर्वत की ढेर की तरह स्टॉक में रखे गए लौह अयस्क की गुणवत्ता और इसकी मात्रा का निरिक्षण किया। अवैध माइनिंग और राजस्व चोरी के आरोप में ठकुरानी पदम् कुमार जैन लौह अयस्क खदान को सरकार ने बंद कर दिया था। इस मामले को लेकर ठकुरानी माइंस पर
सरकार ने 400 करोड़ रुपये का जुरमाना लगाया था। मौजूदा हेमंत सरकार ने बंद पड़े खदानों से राजस्व प्राप्त करने के लिए खदानों में स्टॉक में रखे गए लौह अयस्क को बेचने के लिए टेंडर निकाला था। इसी टेंडर को लेकर मधु कोड़ा ने अब सीधे तौर पर हेमंत सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। मधु कोड़ा ने कहा है की ठकुरानी पदम् कुमार जैन लौह अयस्क खदान में बड़े ग्रेड का लौह अयस्क स्टॉक कर रखा गया है। जबकि टेंडर में कम ग्रेड का दर्शाया गया है। टेंडर के आधार पर अगर स्टॉक को बेचा गया तो सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व की हानि होगी। मधु कोड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ खास लोगों को फायदा पहुँचाने के लिए स्टॉक के माल को कम ग्रेड का दर्शाकर टेंडर निकाला गया।इधर मधु कोड़ा ने यह भी कहा की इन जैसी कम्पनियों के द्वारा अवैध माइनिंग की गयी जिससे सारंडा के वन्य प्राणी समेत स्थानीय जन जीवन प्रभावित हुआ। नियमतः खदान बंद होने के बाद प्रबंधन को खदान के गड्ढों को भरकर पौधारोपण करना चाहिए। फिर से जगह को हरा-भरा करना चाहिए लेकिन यह भी कार्य ठकुरानी माइंस के द्वारा नहीं किया गया है। लौह अयस्क टेंडर प्रक्रिया से ना सिर्फ सरकार को राजस्व की हानि होगी बल्कि स्थानीय लोगों का हक़ का पैसा भी मारा जायेगा। टेंडर प्रक्रिया से जनता को नुकसान हो और कोई इसका गैर कानूनी तरीके से फायदा उठाकर करोड़ों रूपये डकार जाए ऐसा हम होने नहीं देंगे। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।