चाईबासा : गोइलकेरा प्रखंड के रेंगारबेड़ा और कैरम गांवों में लुप्तप्राय आदिम जनजाति के लोगों को कोरोनारोधी टीका लेने के लिए जागरूक किया गया। प्रखंड प्रशासन की पहल पर कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटकों का मंचन कर बिरहोर जनजाति के ग्रामीणों को कोविड-19 के टीके लगवाने के लिए प्रेरित किया गया। चाईबासा से आए कलाकारों ने ‘जान है तो जहान है’ शीर्षक नाटक का हिंदी और हो भाषाओं में मंचन किया। इस मौके पर गोइलकेरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी
सुधीर प्रकाश ने खुद भी बिरहोरों के साथ बैठकर नुक्कड़ नाटक देखा। जागरूकता कार्यक्रम के बाद दोनों गांवों में 30 लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए टीके लगवाए। बीडीओ ने बताया कि प्रखंड की दोनों बिरहोर कॉलोनियों में शत प्रतिशत लोगों को टीका देने का लक्ष्य है। अभी लुप्तप्राय जनजाति के कुछ लोग जीवन-यापन के कार्यों से जंगलों में गए हुए हैं। लौटने पर उन्हें भी प्रेरित कर टीका लगाया जाएगा। दोनों गांवों की बिरहोर कॉलोनी में अबतक कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है। जगरूकता कार्यक्रम के बाद बिरहोर टीके लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं। सोमवार को प्रखंड के तीन गांवों में आयोजित शिविरों में 163 लोगों ने कोरोना से प्रतिरक्षा के लिए टीके लगवाए।