चाईबासा : यास चक्रवाती तूफ़ान के बाद से त्रासदी झेल रहे भरनिया पंचायत के ग्रामीणों को अब जाकर राहत मिली है। पूरे 28 दिन बाद पताडीह-गूंजा मुख्य सड़क पर टूटे पुलिया को अब जाकर पूर्व विधायक शशिभूषण सामड के इच्छा शक्ति के बाद मरम्मत कराया जा सका है। गुरूवार को पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने एक जेसीबी मशीन, एक हाइड्रा मशीन और चार ट्रैक्टर की मदद से टूटे पुलिया की मरम्मकी कराई।
सुबह से लेकर देर शाम तक वे मरम्मत का कार्य खुद अपनी देख-रेख में करवाते रहे। टूटे पुलिया में ह्युम पाइप को बिछाकर टूटे पुलिया की मरम्मत की गयी। पुलिया के मरम्मत होने से ग्रामीणों में ख़ुशी की लहर है। पिछले दिनों आये यास चक्रवाती तूफ़ान में हुई भारी बारिश में भारनिया पंचायत के पताडीह-गूंजा मुख्य सड़क को जोड़ने वाली पुलिया टूट गयी थी। इस पुलिया के टूटने से तक़रीबन एक दर्जन भर से ज्यादा गाँव के लोगों का सम्पर्क चक्रधरपुर प्रखंड मुख्यालय से टूट गया था। पांच हजार ग्रामीण पुलिया टूटने से प्रभावित हुए थे। ग्रामीणों ने इस परेशानी से जिले के आला अधिकारीयों व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया था। आश्वसन मिला था की इनकी परेशानी जल्द दूर कर दी जाएगी। टूटे पुलिया की मरम्मत की जाएगी। ग्रामीण राह तकते रह गए ना अधिकारी आये ना जनप्रतिनिधि ना ही कोई सरकारी कर्मी। इनकी परेशानी जस की तस बनी हुई थी। आख़िरकार भरनिया पंचायत के ग्रामीणों ने बीते बुधवार को पूर्व विधायक शशिभूषण सामड को अपनी परेशानी बतायी। टूटे पुलिया का स्लैब और मिट्टी को हटाया गया और ह्यूम पाइप को बिछाते हुए मरम्मत की गई। पंचायत के लोगों में ख़ुशी की लहर है। एक महीने से गाँव में कैद की जिंदगी जी रहे ग्रामीणों को बाहर शहर जाने का रास्ता अब जाकर मिला है।
उपायुक्त को पत्र लिखकर फिर से बनाने की करेंगे मांग : शशिभूषण
पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत के बाद भरनिया पंचायत अंतर्गत पताडीह-गूंजा मुख्य सड़क में टूटे पुलिया की मरम्मतकी गई। सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शहर आने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो। पुलिया को नए सिरे ने निर्माण करना है, लेकिन अभी लोगों की परेशानी को देखते हुए केवल मरम्मत किया गया है। उन्होंने कहा कि उपायुक्त को पत्र लिखकर पुलिया को नए सिरे से बनाने की मांग करेंगे।
ये गाँव हुए थे प्रभावित
गूंजा, डूकरी, दुडीयाम, बदासाई, गांगीडीह, कायदा, किमिरदा, कुदाहातु, जुशुडीह, कुसलडीह, कुदाईकीर, कुरमुंडा, डीगवरडीह, राई बेड़ा, भरनिया, लागा, बूटीलोवा, हतनाबेड़ा, पांडुडीह, उदालखाम, रोंडा, नवाडीह गांव प्रभावित हुआ था।