चाईबासा : झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर के कारण बसों का परिचालन बंद है। बस का परिचालन बंद रहने से इस कारोबार से जुड़े व्यवसायी से लेकर इसमें काम करने वाले बस चालक, खलासी, और अन्य कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। इन समस्याओं को लेकर सोमवार को चाईबासा बस स्टैंड पर बस ओनर एसोसिएशन ने काला बिल्ला लगाकर एक दिवसीय धरना दिया। साथ ही बस मालिकों ने सरकार के फैसले की खूब आलोचना की। बस मालिकों का कहना है की दूसरे राज्यों से बसें आकर झारखंड से सवारी उठाकर ले जा रहे हैं लेकिन उन्हें अपने ही राज्य में बस चलाने की अनुमति नहीं है। बसों के नहीं चलने से बसों पर काम करने वाले चालक, खलासी, सहित अन्य कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं जो अब दाने दाने के मोहताज हैं। बस चलाने वाले सब्जी बेचने को मजबूर हैं। बस मालिक व्यवसाय ठप्प होने से आर्थिक तंगी में आ चुके हैं। जिसके कारण बसों का मेंटेनेंस मुश्किल हो गया है। सरकार लॉकडाउन लोकडाउन में भी उनसे टैक्स वसूल रही है। उनके लिए अब मरने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचा है। सिंहभूम बस ओनर एसोसियेशन ने सरकार से अनुरोध किया है की सरकार उन्हें बस चलाने की अनुमति दे, जो भी कोविड नियम हैं उसका पालन कर बस का संचालन किया जाएगा।