चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले से अवैध तरीके से श्रमिकों को दूसरे राज्यों में ले जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। मंगलवार की रात को भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया। जिले के बंदगांव, मझगांव सहित कई थाना क्षेत्रों के अलग-अलग गांवों से दो बसों में भरकर 50 से ज्यादा ग्रामीण युवक-युवतियों और महिला-पुरुष को केरल चाय बागान में काम करने के लिए ले जाया जा रहा था। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने दोनों बसों को रोक लिया और बाहर जा रहे श्रमिकों
के जरूरी कागजात की जांच शुरू कर दी। जो श्रमिक बाहर जा रहे थे उनके साथ उनका पूरा परिवार यानी बच्चे भी थे। सदर थाना परिसर में सभी को रोककर पहचान के लिए उनके कागजात की जांच की गई और फिर निबंधन के कागजात की जांच शुरू हुई तो पता चला कि किसी के पास जॉब कार्ड नहीं है। झारखंड सरकार ने नियम बनाया है कि जो लोग दूसरे राज्यों में काम करने जाएंगे उन्हें यहां जॉब कार्ड बनवाना आवश्यक है। ताकि सरकार को और प्रशासन को पता रहे कि झारखंड के किस जिले के किस गांव के कितने लोग देश के दूसरे राज्यों में कहां काम कर रहे हैं। चाईबासा के एसडीपीओ दिलीप खलखो ने बताया कि जॉब कार्ड नहीं होने के कारण सभी लोगों को उनके घर वापस भेज दिया गया है। जॉब कार्ड बनाने के बाद उन्हें जहां जाना होगा जा सकते हैं।