सरायकेला-खरसावां : कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के दुलमी स्कूल परिसर के पास राम मंदिर प्रांगण में बुधवार को चांडिल डैम के 116 गांव के विस्थापितों ने बैठक कर हुंकार भरी । बैठक में 116 गांव युवा विस्थापित संगठन के आह्वान पर विस्थापितों ने एकता बनाकर अपनी लड़ाई खुद लड़ने का फैसला लिया । युवा विस्थापित संगठन के कार्यकर्ताओं ने विस्थापितों की समस्या का समाधान के लिए सभी पंचायतों मे विस्थापितों की बैठक आयोजन कर एकता बनाने और गांव-गांव तक संगठन का विस्तार करने पर भी चर्चा की। संगठन के युवा क्रांतिकारियों ने हूल दिवस पर विस्थापितों की लड़ाई हूल की तर्ज पर लड़ने का निर्णय लिया । संगठन के युवाओं ने कहा की नेता लोग सिर्फ विस्थापितों को लेकर राजनीतिक रोटी सेंकने का काम कर रहे हैं । बरसात के दिनों मे जान बुझकर डैम में जल भंडारण कर हमे गुलगुलिए की तरह बेघर किया जाता है । बताया की नौकरी से लेकर विस्थापित निती के तहत सभी सुविधाएं दे सरकार, तब हम स्वयं गांव खाली कर देंगे । 40 बर्ष से कई सरकारें आई और गई मगर हर वर्ष हमारे साथ धोखा ही हुआ है । अब हम विस्थापित खुद गोलबंद होकर अपनी लड़ाई लड़ेंगे । केन्द्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता भोलानाथ रजक ने कहा कि हम आंदोलन और न्यायालय दोनों रास्ते पर अपनी मांग रखेंगे । संगठन के डोमन रजक ने कहा की विस्थापितों को नौकरी और पुर्नवास स्थलों में यथोचित सुविधा सरकार दे। अन्यथा हम उग्र आंदोलन के लिए भी तैयार है और जलभंडारण का पुरजोर विरोध किया जाएगा ।