जमशेदपुर : शोषित, पीड़ित, दलित और आदिवासियों के अधिकारियों के लिए लड़ने वाले फादर स्टेन स्वामी का निधन बुधवार को मुंबई के होली फैमिली अस्पताल में ईलाज के क्रम में हार्ट अटैक आने से हो गया। इसके विरोध में गुरुवार को मिशनरियों और वामपंथियों ने शहर में मौन जुलूस निकाला गया। मौन जुलूस निकालने वाले लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से उनकी हत्या की गई है। उन्होंने जल-जंगल और जमीन के लिए आंदोलन किया था। एक सोची समझी साजिस के तहत उन्हें रास्ते से हटाने का काम किया गया है। जब वे जेल में बंद थे, तब उन्हें यातनाएं दी गई थी।
बगैर अपराध के बंद लोगों को रिहा करो
मौन जुलूस में शामिल होने वाले लोगों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखा था। तख्तियों पर लिखा हुआ था बगैर अपराध के जेल में बंद राजनीतिक लोगों को रिहा करो। आरोल लगाया कि आज भी कई लोग जेल में बंद हैं जिनका अपराध साबित नहीं हो सका है। फादर स्टेन स्वामी का भी आरोप साबित नहीं हुआ था।
मौन जुलूस में बड़ी संख्या में लोग थे शामिल
शहर के कई हिस्से में निकाले गए मौन जुलूस में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे। इसमें महिलाएं भी शामिल थी। सभी के हाथों में एक-एक तख्यिां थी और तख्तियों पर तीखे नारे भी लिखे हुए थे। शहर में निकला मौन जुलूस लोगों को अपनी तरफ खीचने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था।