जमशेदपुर : सदर प्रखंड के पंचायत समिति सदस्यों ने गुरुवार को प्रखंड के प्रशासन और प्रखंड प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका क हना है कि 15वें वित्त आयोग से वर्ष 2020-2021 में पंचायतों को राशि भेजी गई थी, लेकिन पूरी राशि का उपयोग सिर्फ देवघर पंचायत में ही कर दिया गया है। एक साल तक पंचायत समिति सदस्यों के पास किसी तरह का फंड ही नहीं पहुंचा। इसके विरोध में ही पंचायत समिति सदस्यों ने गुरुवार को जिले के डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और पूरे मामले की जांच की मांग की।
बगैर सहमति के खर्च करने का आरोप
प्रखंड के प्रशासन और प्रखंड प्रमुख प आरोप है कि उन्होंने इसके लिए पंचायत समिति सदस्यों से सहमति भी नहीं ली है। जब उन्हें इसकी जानकारी मिली, तब उनके होश उड़ गए। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा है कि ऐसा किसके आदेश पर कि या गया है।
55 पंचायतों को राशि को एक पंचायत में किया खर्च
प्रखंड के कुल 55 पंचायतों की राशि को सिर्फ देवघर पंचायत में ही खर्च करने का क्या मतलब है। इसी का जवाब मांगने के लिए पंचायतों के पंचायत समिति सदस्य डीसी कार्यालय पर पहुंचे हुए थे। उनका कहना था कि इस प्रखंड में तो खुलेआम घोटाला हो रहा है, लेकिन इसे देखने वाला ही कोई नहीं है।