चाईबासा : बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान को झारखंड से कश्मीर लेह लद्दाख तक पहुंचाकर वापस चक्रधरपुर अनुमंडल के सोनुवा प्रखंड लौटने के दौरान बिट्टू कपूर एवं प्रेमचन्द्र साह का चक्रधरपुर शहर के चेकनाका समीर सुमिता होता फाउंडेशन की ओर से गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व फाउंडेशन के अध्यक्ष सदानंद होता ने किया। इस दौरान सदानंद होता ने कहा कि समाज में बेटियों का सबसे बड़ा योगदान है। हमारे राज्य से दो युवक बिट्टू एवं प्रेमचंद द्वारा झारखंड राज्य से बाहर कश्मीर लेह लद्दाख तक इस अभियान को पहुंचाना सराहनीय कार्य है। वहीं कश्मीर लेह लद्दाख से वापस लौटने के दौरान प्रेमचंद साह ने लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का सफर कठिन था, लेकिन मुश्किल नहीं। इस उद्देश्य से कश्मीर लेह लद्दाख बाइक में जाकर लोगों को जागरूक किया गया।
शहर के लोगों के आर्शीवाद से पूरा हुआ सफर
शहरवासियों के आशीर्वाद से यह सफर आज पूरा हो सका है। इस अभियान के तहत पूरे 6000 किलोमीटर सफर तय किया गया। यह सफर पूरे 22 दिन में पूरा हुआ। जबकि बिट्टू कपूर ने कहा कि इस सफर में किसी प्रकार कहीं परेशानी नहीं हुई। कश्मीर लेह लद्दाख पहुंचकर वहां के लोगों को बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का संदेश दिया गया। मालूम हो कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर चक्रधरपुर अनुमंडल सो नुवा प्रखंड के बिट्टू कपूर एवं प्रेमचंद्र साह 1 जुलाई को सोनुवा से बाइक से कश्मीर लेह लद्दाख के लिए निकले थे।
22 दिनों तक किया सफर
22 दिनों के लगातार सफर कर दोनों युवकों ने कश्मीर लेह लद्दाख के चांगला चोटी 17688 फीट के उपर पहुंचकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया।
मौके पर ये थे मौजूद
इस मौके पर शेष नारायण लाल, परविंदर चौहान, तीरथ जामुदा, कृष्णा मुखी समेत काफी संख्या में शहर के लोग मौजूद थे।