सरायकेला-खरसावां : चांडिल के जरियाडीह में निर्माणाधीन क्रिस्टल मेटाफॉर्म प्राइवेट लिमिटेड के जमीनदाता , ग्रामीण और पंचायत जन प्रतिनिधियों ने मुखिया तुसुमनी बेसरा के नेतृत्व में मानीकुई- गिद्दीबेड़ा में आदिवासी कल्याण मंत्री को ज्ञापन सौंपा। मंत्री ने जमीनदाताओं और पंचायत जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में जमीनदाताओं ने मंत्री से कहा कि कुछ असामाजिक तत्व फर्जी ग्रामसभा की आड़ में ग्रामीणों को गुमराह कर उसे बेरोजगार करने तथा रोजी-रोटी छिनने का काम कर रहे हैं। वर्तमान में निर्माणाधीन क्रिस्टल मेटाफॉर्म प्राईवेट लिमिटेड में करीब 300 स्थानीय लोग कार्यरत हैं। कुछ संगठन निजी स्वर्थवश कंपनी के बैठने का विरोध कर रहे हैं। सामाजिक शौहर्दपूर्ण एवं शांति व्यवस्था भंग हो सकती है। कोरोनाकाल में कई कम्पनियों के बंद होने से कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। उनके समक्ष परिवार के भरण-पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है। क्रिस्टल मेटाफॉर्म कंपनी के स्थापित होने से ग्रामीणों को रोजगार मिलेगी तथा क्षेत्र में खुशहाली आएगी। जमीनदाताओं ने चेतावनी दी कि किसी ने हम लोगों के पेट में लात मारने का काम किया तो क्षेत्र की सामाजिक समरसता बिगड़ सकती है। फिर से पलायन को बढ़ावा मिलेगा। आदिवासी कल्याण मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता में है। जमीनदाताओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपा है। वे स्थिति को समझ रहे हैं।
मौके पर ये थे मौजूद
मौके पर मंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र और राजनगर के जिला पार्षद वकील सोरेन, जिला उपाध्यक्ष राम हांसदा, मुखिया तुसुमनी बेसरा, पूर्व मुखिया बुधेश्वर बेसरा, ग्रामप्रधान सोमेश मुर्मू, वार्ड सदस्य तारामणि देवी, नंदू मुर्मू, मकर मुर्मू, रवि सिंह सरदार, ललिता मुर्मू, बुधनी सिंह, सोनू सिंह आदि शामिल थे। इसके अलावे जमीनदाता, पंचायत जन प्रतिनिधि और ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल कदमा में ईचागढ़ के विधायक सविता महतो से मिला तथा समस्याओं से अवगत कराया।