जमशेदपुर : झारखंड के स्वास्थ्य सेवाएं उपनिदेशक सह राज्य कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ कृष्ण कुमार ने पूर्वी सिंहभूम एवं अन्य 11 जिलों के साथ ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक की। बैठक में कहा कि करोना का संक्रमण कम हो रहा है ऐसे में अपने-अपने कार्यक्षेत्र में भी समय दें । आई लेप के डॉ गविश कुमार के द्वारा सक्रिय कुष्ठ रोगी खोज तथा नियमित निरीक्षण अभियान के पहले चरण की समीक्षा की गई। उन्होंने विस्तारपूर्वक बताया की कौन-कौन से प्रखंडों को किस मानकों पर तथा कौन-कौन से प्रखंडों को बाँट सकते हैं। रंजीत कुमार ने सभी जिलों की वित्तीय समीक्षा की जिसमें सहिया प्रोत्साहन राशि, एम0सी0आर चप्पल तथा सेल्फ केयर किट खरीदने, रीफाँमपिसीन, क्लोफाजमीन, प्रेडनीसोलोन आदि दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी जिलों को सहिया, सीएचओ, एएनएम तथा कुष्ठ कर्मचारियों का समय-समय पर प्रखंड स्तर या क्लास्टर स्तर में कुष्ठ संबंधी बैठक करने तथा उसे जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन करने पर जोर देने का सुझाव दिया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को अविलंब भारत सरकार के द्वारा विगत 05 वर्षों के कुष्ठ रोगियों की जानकारी का संधारण के निर्देश दिया। डेमियन फाउंडेशन के राज्य समन्वयक डॉ. गौतम कुमार ने सभी लोगों से कुष्ठ रोग का जल्द पहचान कर ईलाज करवाने, तथा शेल्फ केयर के अंतर्गत एमसीआर चप्पलें, शेल्फ केयर किट बाँटने एव कुष्ठ रोग से दिव्यांगता से निजात पाने के लिए आरसीएस के लिए उपयुक्त मरीजों का लाईन-लिस्ट बनाकर जल्द से जल्द सर्जरी करवाने पर जोर दिया।
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार लाल ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को राज्य के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का अनुपालन करने तथा पोटका, बहरागोड़ा, जुगसलाई तथा शहरी क्षेत्र में तेजी से कार्य सुधार करने का आदेश दिया। इस बैठक में एसीएमओ डॉ साहिर पाल, डीआरसीएच डॉ. बीएनऊषा, जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ राजीव लोचन महतो, राज कुमार मिश्रा, अचिकित्सा सहायक बिनोद कुमार, अजय कुमार, अमरेश मिश्र, पीएमडब्लू संगीता चाकी तथा सभी प्रखंडों से एमपीडब्ल्यू भी उपस्थित थे।