जमशेदपुर : ब्राम्हण युवा शक्ति संघ की ओर से बुधवार को जिले के डीसी को ज्ञापन सौंपकर बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने की मांग की है। संघ की ओर से डीसी से कहा गया है कि साहेब मंदिर के पूजारियों की हालत बिगड़ गई है। पूजा पाठ करके ही गुजर-बसर करना उनकी दीनचर्या है, लेकिन कोरोनाकाल के कारण पिछले डेढ़ सालों से मंदिरों में ताला लगा हुआ है।
कई ने शहर छोड़ा, कुछ को कोरोना ने निगला
संघ के लोगों का कहना है कि कोरोनाकाल में कई पूजारियों की मौत हो गई है जबकि कई शहर को ही छोड़कर कहीं अनयंत्र चले गए हैं। अब पूजारियों के पास कुछ भी नहीं बचा है। घर परिवार को चला पाना उनके लिए दूभर हो गया है।
आत्महत्या कर सकते हैं पूजारी
डीसी से कहा गया है कि अगर मंदिरों को नहीं खुलवाया गया तो पूजारी के पास आत्महत्या करने के अलावा और कोई दूसरा चारा नहीं रह गया है। कोरोनाकाल के दौरान अब धीरे-धीरे सबकुछ सामान्य हो रहा है, लेकिन मंदिरों की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं गया है। पूजारी अपना पेट कैसे पालेंगे। मौके पर संघ के भूषण पांडेय, अरूण, श्याम मिश्र, अनिल पांडेय, साकेत कुमार पांडेय आदि मौजूद थे।