चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम में जिले में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं का सफल क्रियान्वयन धरातल पर सुनिश्चित कराने की आवश्यकता है। इसके साथ ही धरातल पर क्रियान्वयन की दिशा में आ रही समस्याओं का त्वरित निष्पादन करने की भी जरूरत है। यह बातें झारखंड विधानसभा की लोक लेखा समिति के सभापति नीलकंठ सिंह मुंडा ने कही। बैठकमें सदस्य विधायक अमित यादव, चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव व कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोनगाड़ी उपिस्थ थे। सभापति नीलकंठ सिंह मुंडा पश्चिम सिंहभूम जिले में लोक लेखा समिति की बैठक को संपन्न कर पत्रकारों से बात कर रहे थे। झारखंड विधानसभा की लोक लेखा समिति की पूरी टीम ने जिले के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक के प्रतिवेदन वर्ष 2008-09 से 2017-18 तक के सिविल एवं राजस्व प्राप्तियों से संबंधित आपत्ती कंडिका पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान समिति ने विभागवार कार्यों का अंकेक्षण किया, जहां विभाग के अधिकारियों ने लंबित मामलों के बारे में समिति को अवगत कराया। मौके पर संबंधित पदाधिकारियों को लंबित मामलों के निष्पादन की दिशा में आवश्यक कार्रवाई प्रतिवेदन अविलंब समर्पित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही समिति द्वारा विभागवार लंबित मामलों की समीक्षा की गई। मौके पर जिले के विभिन्न विभागों के तहत संचालित योजनाओं व राजस्व संग्रहण की स्थिति की समीक्षा की गई। इसके अलावा ग्रामीण विकास विभाग, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य विभाग, वन एवं पर्यावरण विभाग सहित अन्य विभागों की सामीक्षा के दौरान सरकार की लाभकारी योजनाओं को धरातल पर उतार कर लोगों को लाभांवित करने का निर्देश दिया गया। समिति ने आरइओ, भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग व स्वास्थ्य विभाग के प्रतिवेदनों की जांच के दौरान निर्देश दिया कि विकास योजनाओं की अद्यतन स्थिति व प्रगति के मद्देनजर रिपोर्ट समिति को उपलब्ध कराई जाय। बैठक में समिति के सभापति नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि जिले में योजनाओं का विभागवार क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जा रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को संचालित योजनाओं के लक्ष्य को ससमय प्राप्त करने का निर्देश दिया।