जमशेदपुर : चाकुलिया प्रखंड के दखिनाशोल और कोटासमारा के जाहेर गाड़ में सरना धर्म को मानने वाले जनजातीय बहुल लोगों ने चंदन और चंपा का पौधा लगाकर वन महोत्सव मनाया। कोटासमारा के ग्राम प्रधान उदय मुर्मू ने कहा कि सावन के महीने में चंदन और चंपा का पौधा लगाने की वर्षों पुरानी परंपरा को आज भी जारी रखे हुए हैं। आदिवासियों की प्रकृति से लगाव के बारे में दखिनाशोल के ग्राम प्रधान साहेब मार्डी ने बताया कि पर्यावरण है तो हम है। पर्यावरण जागरूकता के लिए हमारे समाज के लोग आदिकाल से अग्रसर हैं। जाहेरथान में पौधारोपण के समय ऑल इंडिया सरना धर्म चेमेट आसरा के उपाध्यक्ष सह लखाईडीह के ग्राम प्रधान कान्हूराम टुडू ने बताया कि इस वर्ष वन महोत्सव सावन के इस पवित्र महीने में हम लोगों ने झारखंड, ओड़िशा, बंगाल के जनजातीय बहुल क्षेत्रों के देवस्थान और जाहेरथान में चंदन और चंपा का 400 पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही हमलोग अंधविश्वास, नशा मुक्त, पेड़ो की रक्षा, बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के साथ शिक्षा की लौ गांव-गांव तक पहुंचने का बीड़ा उठाया है। पौधारोपण से पहले सरना धर्म को मानने वाले पुजारियों और ग्रामीणों ने परंपरागत तरीके से नृत्य गान के साथ पूजा-पाठ करते हुए चंदन एवं चंपा का पौधा लगाया।
ये थे मौजूद
मौके पर मथुर मार्डी, लालमोहन मार्डी, बाबूलाल मुर्मू, सकला टुडू, तोताराम मार्डी, सुकुलमनी मार्डी, बुदीन मार्डी सहित सैंकड़ों ग्रामीण महिला, पुरुष उपस्थित थे।