जमशेदपुर : पटमदा और बोड़ाम प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में दोपहर हुई बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं धान के सूख रहे खेतों को भी बारिश से राहत मिली है। पटमदा-बोड़ाम को खेती का कटोरा कहा जाता है, लेकिन धान कि रोपनी होने के बाद से काफी लंबे समय से बारिश नहीं होने से धान के खेत सूखते जा रहे हैं। किसानों की चिंता बढ़ गई थी। कल से क्षेत्र के विभिन्न गांवों में हो रही बारिश के बाद किसानों ने राहत की सांस ली है। बुधवार की दोपहर झमा-झम बारिश ने सूख रहे खेतों के साथ-साथ लोगों को भी राहत दी है। इसी प्रकार से बारिश लगातार होती रही तो धान के खेत लहलहा उठेंगे। जानकारी देते हुए किसान प्रफुल्ल महतो ने बताया कि खेतो में पानी की काफी कमी थी।बारिश होने से खेती में लगे धान के पौधों को राहत मिली है।आगे बारिश लगातार होती है तो फसल अच्छी होने की संभावना होगी। ग्रामीण क्षेत्रो में सिंचाई का कोई भी प्रबंध नहीं है।ग्रामीण क्षेत्र के किसानों के लिए वर्षा का पानी ही एक मात्र सहारा है।