जमशेदपुर : टिस्को निबंधित श्रमिक संघ की ओर से 18 वर्ष से नियोजन की मांग को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन के गेट के समक्ष कंपनी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के बाद भी न्याय नहीं मिलने पर कर्मचारी पुत्रों में नाराजगी देखी गई। बुधवार को एक बार फिर से टिस्को निबंधित श्रमिक संघ ने कंपनी प्रबंधन और यूनियन के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने का फैसला ले लिया है। मोहन पांडे ने बताया कि 18 वर्ष की लंबी संघर्ष के बाद आज तक प्रबंधन और यूनियन से वार्ता में सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिला। उन्होंने बताया प्रबंधन ने 500 रजिस्ट्रेशन कर्मचारी युवा-युवती को नौकरी देने के नाम पर उम्र सीमा लागू कर दी। पूर्व से जो आंदोलन में संघर्ष करते आए, जिनका समय पर प्रबंधन व यूनियन के द्वारा बाहाली समय नहीं ली गई। उन सभी सैकड़ों कर्मचारी पुत्रों की परिस्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय बनती जा रही है। आज उन सभी के पिता जिन्होंने टाटा कंपनी के लिए खून पसीना बहाकर कंपनी को सींचा है, टाटा कंपनी का दायरा बढ़ाने में अपने को 60 वर्ष तक समर्पित कर दिया। आज उनका बेटा उन परिवार को संभालने के लिए दर-दर भटक रहा है। मोहन पांडे ने बताया पूरे मामले को लेकर श्रममंत्री से मुलाकात कर पैकेज की मांग करेंगे। उसके बाद भी अगर कर्मचारी पुत्र के कोई फैसला नहीं हुआ तो 6 सितंबर से टाटा वर्कर्स यूनियन के गेट के समक्ष अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में बैठने के लिए कर्मचारी पुत्र बाध्य होंगे।