जमशेदपुर : पूर्व केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री सह हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण में हो रहे देरी के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा है कि केन्द्र की मोदी सरकार ने झारखंड में विकास के कई कार्यों को शुरू कराया, लेकिन झारखंड की सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए केन्द्र सरकार पर सहयोग नहीं करने का ठीकरा फोड़ती है। धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट निर्माण के लिए भूमिपूजन कर राशि आवंटित कर दी गई। परन्तु राज्य सरकार की ओर से फॉरेस्ट क्लियरेंस नहीं मिलने के कारण यह योजना अधर में लटका है। सांसद जयंत सिन्हा परिसदन में पत्रकारों को संवाददाता सम्मलेन में संबोधित कर रहे थे। बता दें कि जमशेदपुर लोकसभा के सांसद विद्युत वरण महतो ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिया को मांग पत्र सौंप कर धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की मांग की थी। जिसके बाद नागर विमानन विभाग द्वारा झारखंड सरकार को यह सलाह दी गई थी कि वह मुख्य वन्य वार्डन के साथ समन्वय के लिए एक फॉरेस्ट क्लियरेंस कंसल्टेंट की नियुक्ति करें और परियोजना की मंजूरी के लिए पर्यावरण मूल्यांकन समिति को प्रस्ताव प्रस्तुत करें। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। इधर, सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि धालभूमगढ़ एयरपोर्ट चालू कराने को लेकर वे लगातार प्रयासरत है।