Chaibasa : गोइलकेरा प्रखंड के कदमडीहा पंचायत अंतर्गत काशिजोड़ा गांव में डायरिया से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि 10 लोग इस बीमारी से आक्रांत हैं। दो लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल चाईबासा रेफर कर दिया गया है। सूचना मिलते ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ फूलचंद हांसदा मेडिकल टीम के साथ गांव में पहुंचे और कैम्प कर डायरिया पीड़ितों का उपचार शुरू किया गया। डॉ फूलचंद हांसदा ने बताया कि तीन व्यक्तियों की डायरिया से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। गांव में संभवतः दूषित पेयजल का प्रयोग करने के कारण डायरिया फैला है। मृतकों में 30 वर्षीय सादो मारला 65 वर्षीय उनकी मां माकी कुई और 42 वर्षीय जुगसिंह मारला शामिल हैं। सादो मारला की मौत रविवार को हुई थी। जबकि माकी कुई और जुगसिंह मारला ने सोमवार को दम तोड़ दिया। सभी पिछले तीन चार दिनों से बीमार थे। लेकिन उन्हें अस्पताल नहीं लाया गया था। गांव में डायरिया पीड़ित झाड़-फंक से अपना इलाज करा रहे थे। तीन लोगों की मौत से ग्रामीण भयभीत हो गए। धोबाडीहा गांव में रहने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष मनसुख गोप को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मेडिकल टीम को सूचित किया। डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम लगातार कैम्प कर मरीजों पर नजर रख रही है।
डायरिया पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे ज्यादा
काशिजोड़ा के डायरिया पीड़ित मरीजों में महिलाएं और बच्चे ज्यादा हैं। बीमार रोगियों में ललिता पूर्ति (12), बेरा मारला (3), मालका मारला (10), गुरुबारी कुई (45), मालती मारला (40), गुरुबारी मारला (8), पूंजू मारला (15) और गंगाराम मारला (12) का गांव में ही मेडिकल टीम द्वारा उपचार किया जा रहा है। वहीं गंभीर हालत में पाए गए दो मरीजों मेचो कुई और सिमी मारला को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है।