जमशेदपुर : प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च स्तर की शिक्षा के सिलेबस में योग को स्थायी रूप से स्थान देने की मांग को लेकर अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जिले के डीसी को ज्ञापन सौंपा। महासंघ के लोगों का कहना है कि योग से मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास होता है। छोटे बच्चे कच्चा घड़ा की तरह होते हैं। अगर उन्हें शुरू से ही योग की जानकारी स्कूलों में दी जाती है तो वे इसका बेहतर मार्गदर्शन कर सकते हैं। वे आगे चलकर ऐसा सबल, निरोगी और प्रबुद्ध युवा बन सकते हैं जो जीवन की सभी चुनौतियों का सामाना कुशलता पूर्वक कर पाने में सक्षम होंगे। योग को स्थायी रूप से शिक्षा में स्थान मिलना चाहिए।