Jamshedpur : टीएमएच अस्पताल में अपनी जीवन और मौत के बीच जंग लड़ रहे एमजीएम के जूनियर डॉ. अमित कुमार सिंह आख़िरकार शुक्रवार सुबह जंग हार गए। इलाज के दौरान उनकी टीएमएच में मौत हो गयी। मौत की खबर मिलते ही उनके घर समेत आसपास के क्षेत्र में मातम पसर गया। सभी युवा डॉक्टर की असामयिक मौत से सदमे में है। डॉ अमित की मौत पर आइएमए समेत अन्य कई संगठनो ने दुःख जताया है। बता दें कि गुरुवार की सुबह डाॅक्टर अमित ने आदित्यपुर स्थित आवास में खुद को गोली मार ली थी। उन्हें परिजनों ने गंभीर हालत में टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में भर्ती कराया गया था जाहं सीसीयू में इलाज चल रहा है। सुबह छह बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
आदित्यपुर एस टाइप निवासी डॉ. अमित की डेढ़ माह पूर्व ही सगाई हुई थी। 21 नवंबर को शादी होने वाली थी। शादी बिहार के समस्तीपुर में तय हुई है। बताया जाता है कि डॉ. अमित ने अपने बड़े भाई संदीप के लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारी। गोली क्यों और किन हालत में मारी जांच का विषय है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने पिस्टल को जब्त कर लिया है और मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
घटना से चिकित्सक भी हैरान
डॉ. अमित ने कर्नाटक से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। इसके बाद वर्ष 2018 में एमजीएम अस्पताल से इंटर्नशिप किया, जहां जून 2019 में जूनियर डॉक्टर के पद पर मेडिसिन विभाग में सेवा दे रहे थे। उनके साथियों के अनुसार डॉ. अमित बुधवार को ड्यूटी पर एमजीएम अस्पताल आए थे। जहाँ उन्होंने कई मरीजों का इलाज भी किया था। घटना के बाद से एमजीएम के चिकित्सक भी हैरान हैं। किसी को समझ में नहीं रहा है कि कल तक उनके व्यवहार से यह लगा ही नहीं कि उनके जीवन में कुछ भी असामान्य था।
घटना की जांच कर रही पुलिस
डॉ. अमित की मौत के बाद पुलिस ने अपनी जांच में और तेजी ला दी है। मौत की जानकारी मिलने पर अस्पताल से लेकर डॉ के घर तक परिचितों का जमावड़ा लगा रहा। डॉ. अमित ने खुद को गोली क्यों मारी, इस बिंदु पर पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। हालांकि, कई तरह की बात सामने आई है जिसे पुलिस क्रॉस चेक कर पुख्ता करने में जुटी है।