Jamshedpur : पूर्वी के विधायक सरयू राय ने एमजीएम की व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़ा किया है। इस बावत उन्होंने सीएम को एक पत्र लिखकर इससे अवगत कराया है। पत्र में उन्होंने कहा है कि एमजीएम में नवनिर्मित100 बेड के माॅड्यूलर आईसीयू (अस्थायी अस्पताल) में विस्फोट होने और लोहे के एंगल का गिर जाना भ्रष्टाचार को दर्शाता है। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा है कि कुव्यवस्था एवं कुप्रबंधन के लिए विख्यात एमजीएम अस्पताल में अब भ्रष्टाचार एवं अनियमितता का भी बोलबाला हो गया है। इसके निर्माण के दौरान भी ऐसा हादसा हुआ था। आगे ऐसा हादसा नहीं होगा इसके प्रति सरकार को आश्वस्त करना होगा। यह तभी संभव है जब सरकार इस भवन के निर्माण की जांच थर्ड पार्टी तकनीकी विशेषज्ञों से कराए, ताकि निर्माण के दौरान हुई अनियमितताओं का पता चल सके। प्रथमदृष्ट्या प्रतीत होता है कि इस ढांचा के निर्माण में घपला हुआ है, घटिया सामग्रियों का इस्तेमाल हुआ है। इसलिए इसकी उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समूह से जांच कराई जाए। एमजीएम अस्पताल में मरीजों को पौष्टिक आहार देने के लिए हाल ही में इस मद में होने वाला व्यय 50 रुपए प्रति मरीज से बढ़ाकर 100 रुपए प्रति मरीज किया गया है। पर इसके थोड़े ही दिन बाद अस्पताल से खबरें आने लगी हैं कि मरीजों की भोजन व्यवस्था बदतर हो गई है। इसकी भी जांच होनी चाहिए कि मरीजों का भोजन व्यय दोगुना हो जाने के बावजूद भोजन का स्तर घटिया कैसे हो गया है। सरयू ने कहा कि एमजीएम अस्पताल के नियमों में कोई प्रावधान नहीं होने के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री के एक निजी प्रतिनिधि अस्पताल में प्रतिनियुक्त हैं।