Ranchi : झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी रहे और चारा घोटाला का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अमित खरे को प्रधानमंत्री के सलाहकार बनाया गया है। मंगलवार को उनका नियुक्ति आदेश जारी किया गया। पीएमओ में उनकी संविदा नियुक्ति भारत सरकार के सचिव की रैंक व स्कैल पर की गई है। वह दो वर्ष तक इस पद पर रहेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में नई शिक्षा नीति 2020 बनाने और सूचना व प्रसारण मंत्रालय में रहते हुए डिजिटिल मीडिया नियमों में बदलाव में भी अहम भूमिका निभाई थी। अमित खरे 1985 बैच के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। ये 36 साल तक सरकारी सेवा में रहे। अमित खरे ने झारखंड में शिक्षा, वित्त और गवर्नर के प्रधान सचिव का पद संभाला था। वे झारखंड में पहले वाणिज्यकर आयुक्त थे। विकास आयुक्त के पद भी वे रह चुके हैं। झारखंड के चाईबासा में उपायुक्त रहने के दौरान डायन हत्या के खिलाफ अभियान चलाया। झारखंड से पहले बिहार में पटना और दरभंगा के जिलाधिकारी रहे। अमित खरे ने ही चारा घोटाला का पर्दाफाश किया था। इसकी वजह से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को जेल जाना पड़ा था। अमित खरे की पत्नी निधि खरे भी आइएएस हैं। वे अभी केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में अपर सचिव हैं।