चाईबासा : विधायक सरयू राय ने सरकार के उस फैसले पर सवाल खड़े किये है, जिसमें पश्चिम सिंहभूम के एक बंद पड़े माइन्स से लौह अयस्क के स्टॉक को बेचने की झारखण्ड सरकार के खान सचिव ने मंजूरी दे दी थी। दरअसल, सरयू राय आज चाईबासा दौरे पर थे और उन्होंने प्रेस वार्ता आयोजित कर खदान और सरकारी आदेश पर कई गंभीर सवाल खड़े किये। सरयू राय ने कहा है की पश्चिम सिंहभूम में नियम कानूनों को ठेंगे पर रख कर आयरन और की लूट की जा रही है। इसके लिए सीधे तौर पर राज्य के खान सचिव जिम्मेदार है।
क्या है मामला
सरयू राय ने पुरे मामले की जानकारी देते हुए सारंडा के शाह ब्रदर्स के माइंस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि शाह ब्रदर्स की माइंस पिछले साल ही बंद हो गयी थी। लेकिन अब झारखण्ड सरकार के खान सचिव ने शाह ब्रदर्स के माइंस में मौजूद आयरन ओर के स्टॉक को बेचने का आदेश दे दिया है। माइंस बंद होने के सात महीने के अन्दर स्टॉक को बेचा जा सकता था, लेकिन ऐसा ना कर बिना वेरीफाई किये, फारेस्ट क्लियेरेंस के बगैर अब स्टॉक को बेचने की तैयारी की जा रही है। सरयू राय ने यह भी आरोप लगाया है की स्टॉक में पड़े आयरन ओर को मिट्टी के भाव बेचने की तैयारी है, जबकि आयरन ओर की कीमतों में आग लगी हुई है। सरकार के राजस्व को हानि पहुँचाने का यह सब खेल हो रहा है। पप्पू, नायडू, मिश्रा नाम के बिचौलिए खुद की जेबें भरने के लिए ये सारा खेल रच रहे हैं।
सरकार को 3.5 हजार करोड़ का नुकसान
सरयू राय ने सवाल खड़ा किया की जिनका स्टॉक वेरीफाई हो गया उनको स्टॉक बेचने की इजाजत नहीं दी जा रही है। और जिनका स्टॉक वेरीफाई नहीं हुआ उसको कैसे इजाजत मिल गयी। उन्होंने बताया कि शाह ब्रदर्स के बंद पड़े खदान के इस मामले से सरकार को 3.5 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है। बता दें कि सरकार द्वारा शाह ब्रदर्स के स्टॉक को बेचने की इजाजत दिए जाने के सरकारी फैसले का खुद कांग्रेस नेता सह पूर्व सीएम मधु कोड़ा ने भी विरोध किया है।