Jamshedpur : 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल पूरे होने पर 2021 को ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। 16 दिसंबर, 2020 को नेशनल वार मेमोरियल नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने चार स्वर्णिम विजय मशालें जलाईं और देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा था। अब मशाल को चार दिनों के लिए जमशेदपुर स्थित सोनारी मिलिट्री स्टेशन लाया जा रहा है। जिसके लिए तैयारियां जोरो पर चल रही हैं। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए लेफ्टिनेंट कमांडेंट अमित कुमार भारद्वाज ने बताया कि स्वर्णिम विजय वर्ष के मौके पर जलाई गई विक्ट्री फ्लेम 7 नवम्बर को जमशेदपुर पहुंचेंगी जो 11 नवम्बर तक रहेगी। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। पहला दिन का कार्यक्रम रिसेप्शन सेरेमनी, दुसरे दिन वॉकथॉन, तीसरे दिन स्कुल और टाटा स्टील में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, चौथे दिन एक्स सर्विसमैन रैली और पांचवे दिन अलगे स्थान के लिए विक्ट्री फ्लेम रवाना हो जायेगी। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिले के उपायुक्त, एसएसपी और टाटा स्टील के अधिकारी और आर्मी के एक्स सर्विसमैन शामिल होंगे। उन्होंने लोगों से भी इस विक्ट्री फ्लेम को सम्मान देने की बात कही।
1971 युद्ध में ऐतिहासिक जीत थी
16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, जिसके चलते बांग्लादेश का निर्माण हुआ. इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना से आत्मसमर्पण किया था, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद किसी भी सेना द्वारा किया गया सबसे बड़ा आत्मसमर्पण था। भारतीय सेना की इस जीत के लिए साल 2021 को ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें देशव्यापी वार्षिक उत्सव आयोजित किए जाएंगे. इन उत्सवों के माध्यम से भारतीय सैनिकों की वीरता, बहादूरी और बलिदानों के बारे में बताया जाएगा और उन्हें सम्मानित किया जाएगा।