Jamshedpur : बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट पर एक बुजुर्ग के अंतिम संस्कार के दौरान उसके पुत्र और सौतेली पुत्री आपस में भीड़ गए। इसे लेकर शनिवार की शाम काफी देर तक हंगामा होता रहा। मामला बढ़ता देख प्रबंधन ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करवाया। फिलहाल शव को कब्जे में लेकर एमजीएम अस्पताल के शीतगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है। पूरा मामला गम्हरिया थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के अनुसार गम्हरिया के नारायणपुर निवासी रामजी प्रसाद (65) की मौत शुक्रवार को हो गई। मौत के बाद परिजन शव को लेकर पार्वती घाट पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे। इधर सूचना पाकर जहानाबाद में रहने वाला पुत्र कमलेश प्रसाद सिंह भी शहर पहुंचा। लेकिन उसे अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोक दिया गया। मृतक के पुत्र ने जब रामजी प्रसाद का मृत्यु प्रमाण पत्र मांगा तो उसे आदित्यपुर के डॉ संदीप शेखर द्वारा लिखी गई सर्टिफिकेट दिया गया जिसमें रामजी प्रसाद के मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया था। रामजी प्रसाद के पुत्र ने डॉक्टर के सर्टिफिकेट को फर्जी करार दिया।
थाना में की गई शिकायत
मृतक के पुत्र कमलेश प्रसाद ने इस मामले में गम्हरिया थाना में एक लिखित शिकायत की है। उसमें बताया गया है कि उसके पिता ने दो शादी की थी। पहली पत्नी के वे खुद है जबकि दूसरी पत्नी से एक बेटी रूबी देवी है। उन्होंने अपनी सौतेली मां और बहन पर पिता की संपत्ती हड़पने के लिए हत्या किये जाने का आरोप लगाया है। मृतक के शरीर में चोट के निशान भी पाए गए है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।