Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित सारंडा के छोटानागरा स्थित सीआरपीएफ कैंप प्रांगण में सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। सीआरपीएफ -197वीं बटालियन की ब्रेभो कंपनी और रोवाम कैंप प्रांगण में सीआरपीएफ-197 बटालियन की चार्ली कंपनी द्वारा अलग-अलग कार्यक्रम किया गया था। इसका नेतृत्व बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी एन के सिंह एंव उप कमांडेंट डी के पांडेय कर रहे थे। कार्यक्रम में सारंडा के लगभग एक दर्जन गांवों के ग्रामीणों के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने के साथ-साथ उन्हें तत्काल सहायता व राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई। छोटानागरा में आयोजित कार्यक्रम में सारंडा के नक्सल प्रभावित गांव छोटानागरा, जोजोपी, धर्मरगुटू, दुबिल, बाईहातु, आदि गांवों के 300 से अधिक ग्रामीण बच्चे समेत शामिल हुए. जबकि रोवाम में आयोजित कार्यक्रम में बुंडू, अगरवाँ, कदालसोपवा, आकाहाटा, आदि गांवों से आए ग्रामीणों को कम्बल, साडी़, मच्छरदानी, सोलर लाईट, डेगची, डेग, प्लास्टिक ड्राम, स्कूल बैग, बर्तन, आदि घरेलू व जरूरी समान प्रदान किया गया।
गृह मंत्रालय के निर्देश पर चल रहा कार्यक्रम
सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के आदेशानुसार सुदूरवर्ती जंगल में जहाँ विकास योजनायें लोगों को नहीं पहुंच रही है वहाँ के लोगों को जरूरत की समानों को देकर उन्हें लाभ पहुंचाना है। सीआरपीएफ ग्रामीणों की सेवा, सहयोग व सुरक्षा में सदैव खड़ी रहती है और आगे भी रहेगी। ग्रामीण हमें अपना दोस्त समझें और समाज में अशांति व दहशत फैलाने वाले देश व समाज के दुश्मनों के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान करते रहें, जिससे हम क्षेत्र में शांति निरंतर कायम कर सकें।