Chakradharpur : चक्रधरपुर रेल मंडल के हावड़ा-मुम्बई मुख्य रेल मार्ग में स्थित कारो ब्रिज की रेल पटरी में शनिवार शाम हुए डेटोनेटर ब्लास्ट के कारण सनसनी फ़ैल गयी. रेल पटरी पर हुए धमाके के बाद इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन कुछ समय के लिए थम गया. इस घटना ने इस बात को भी साबित किया की रेलवे के विभिन्न विभागों में समन्वय की भारी कमी है, जिसके कारण रेल अधिकारियों को यह समझने में देर लग गयी की यह डेटोनेटर ब्लास्ट किसने करवाया. जबकि ब्लास्ट रेलवे के ही इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ट्रेन की गति को नियंत्रित करने के लिए किया गया था.
कोरस कमांडों आई हरकत में
जानकारी के मुताबिक शनिवार शाम 5.40 बजे गोईलकेरा पोसैता स्टेशन के बीच स्थित कारो ब्रिज से जब लॉन्ग हॉल मालगाड़ी पार हो रही थी तभी पोल संख्या 356/29 में पटरी पर धमाका हुआ. पटरी पर हुए धमाके की जानकारी ट्रेन के लोको पायलट ने कंट्रोल को दी. जिसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेनों का परिचालन मनोहरपुर से चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के बीच रोक दिया गया. गोईलकेरा में गीतांजलि खड़ी रही तो पोसैता में सारंडा सवारी गाडी. इसके बाद आरपीएफ की स्पेशल फ़ोर्स कोरस कमांडों की एक टुकड़ी से लैस पेट्रोलिंग इंस्पेक्शन ट्रेन को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया.
ट्रेन की स्पीड को कम करने के लिए लगा था डेटोनेटर
गोईलकेरा से इस ट्रेन में जीआरपी और आरपीएफ के और जवान सवार हुए. घटना स्थल पर सुरक्षाबलों ने जांच की तो पटरी पर रेलवे द्वारा लगाया जाने वाला डेटोनेटर का अवशेष मिला. इसके बाद इसकी जानकारी कंट्रोल को दी गयी. पूरे मामले की जानकारी विभिन्न विभागों से प्राप्त की गयी तो पता चला की इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों ने कोहरा के कारण ट्रेन की स्पीड को कम करने के लिए डेटोनेटर लगा रखा था. लेकिन इसकी जानकारी सभी विभागों को नहीं थी जिसकी वजह से पटरी पर हुए धमाके के बाद पुरे मंडल मुख्यालय में हडकंप मच गया और रेलवे को यहाँ तक की ट्रेनों का परिचालन भी रोक देना पड़ा.