Jamshedpur : विश्व भोजपुरी विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के नेतृत्व में शहर के सभी भोजपुरी मंच के प्रतिनिधियों ने जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो से मुलाकात की। इसके साथ ही सांसद को एक ज्ञापन सौंप कर भोजपुरी, मगही, अंगिका भाषा पर उठ रहे विरोध के स्वर पर आपत्ति दर्ज की। उक्त अवसर पर सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि जमशेदपुर की जनता मेरे लिये सर्वोपरि है और यहां के हर वर्ग हर भाषा हर मजहब के लोगों का प्यार मुझे मिलता रहा है। सब के बीच आपसी भाईचारे बना रहे यही मेरी इच्छा है। पिछले दिनों छपी खबर का मैं पूरी तरह से खंडन करता हूं, और भोजपुरी के मिठास को मैं भी ग्रहण करने का प्रयास करता हूं। लेकिन वर्तमान सरकार राज्य में विकास कार्य करने के बजाए भाषाई विवाद पैदा कर लोगो के बीच विद्वेष पैदा कर इस राज्य को अशांत करने का प्रयास कर रही है, जिसका वे भी पुरजोर विरोध करते है। उन्होने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सभी भाषा का सम्मान करती है और उसका एक सिपाही होने के नाते मैं भी सम्मान करता हूं।
कुछ चुनिन्दा नेता कर रहे राज्य को अशांत
उक्त अवसर पर विश्व भोजपुरी विकास परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने सांसद के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भोजपुरी, मगही, अंगिका, मैथली भाषा को उचित स्थान दिलाने का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्हों कहा कि इस भाषाई विवाद में बाहरी भाषा के विरोध करना है तो सर्वप्रथम अंग्रेजी की मुखालफत करनी चाहिए। लेकिन राज्य के कुछ चुनिंदे नेताओ ने बाहरी भीतरी बिहारी गैर बिहारी की संज्ञा दे राज्य को अशांत करने की फिराक में लगे रहते है। इस मामले में मिला सांसद का सहयोग काबिले तारीफ़ है। इस प्रतिनिधिमंडल में श्रीनिवास तिवारी, मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव, मुन्ना चौबे, सुनील सहाय, प्रमोद पाठक, डीडी त्रिपाठी, वीरेंद्र सिंह, अरविंद विद्रोही, नवल किशोर चौबे, कौलेश्वर पांडेय, बलबीर मण्डल, अमर सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।