Jamshedpur : टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेसन की सीनियर इंस्ट्रक्टर 38 वर्षीय अस्मिता दोरजी एक नए इतिहास को लिखने की ओर अग्रसर है। दरअसल अस्मिता इस बार एवेरेस्ट फतह करने निकलेंगी वो भी बिना सप्लीमेंट ऑक्सीजन के। अगर वो इसमें सफल होती है तो वह पहली ऐसी भारतीय महिला पर्वतारोही बनेंगी जो इस मुकाम को हासिल करेंगी। मंगलवार को जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कंपलेक्स में टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेसन ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान टाटा स्टील के बीपी चाणक्य चौधरी ने इसकी जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया अस्मिता दोरजी पिछले कई वर्षों से फाउंडेसन से जुड़ी रही है और पहली एवेरेस्ट विजेता बचेंद्री पाल की शागिर्द रही है। कई पर्वत शिखर को भी फतह कर चुकी है। इस बार उन्होंने कुछ अलग हटकर करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत बिना सप्लीमेंट ऑक्सीजन के वे एवरेस्ट फतह करने की कोशिश करेंगी, जो अपने आप मे एक बड़ी कोशिश है।
टाटा स्टील कॉरपोरेट के वीपी ने दी शुभकामनाएँ
टाटा स्टील कॉरपोरेट के वीपी चाणक्य चौधरी ने उन्हें अपनी शुभकामनाये देते हुए कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है अस्मिता इस प्रयास में सफल होंगी। वही अस्मिता दोरजी ने बताया कि पहले से ही कुछ अलग करने का जज्बा उनमें था। अस्मिता ने बताया कि 3 अप्रैल को वह दिल्ली से नेपाल के लुकला के लिए रवाना होंगी। बेस कैंप पहुंचने के लिए 2 से 3 दिन का समय लगेगा। यहां से विंडो ओपन होते ही वह अपने 12 लोगों की टीम के साथ एवरेस्ट चोटी के लिए रवाना हो जाएंगी।