Jamshedpur : पिछले दो दिनों से जिले में रुक-रुक कर हो बारिश और तेज आंधी तूफान की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। जुगसलाई, बागबेड़ा, सुंदरनगर, परसुडीह क्षेत्र में आंधी तूफान की वजह से दर्जनों झोपड़ीनुमा घर क्षतिग्रस्त हो गए। घर के छज्जे उड़ गए और कई लोग मामूली रूप से घायल भी हुए। शुक्रवार देर रात तेज आंधी तूफान से आम जनजीवन को काफी नुकसान सहना पड़ा। जमशेदपुर के विभिन्न इलाकों में तेज आंधी तूफान की वजह से कई घरों के दीवार गिर गए जिससे लोगों को काफी नुक्सान उठाना पड़ा। इधर, जुगसलाई निवासी दिव्यांग अवध नारायण सिंह ने पूरे परिवार के साथ घर पर सोए हुए थे।
अचानक तेज आंधी तूफान की वजह से उनके घर का अल्बेस्टर पूरी तरह से टूट गया। इस घटना में उनके पुत्र और उनकी पत्नी बाल-बाल बच गए। दोनो को चोट भी आई है। वही इस घटना के बाद उनके समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने बताया पेंशन की राशि से किसी तरह से उनका घर चलता है। अब इस घटना की वजह से एक आर्थिक संकट उनके समक्ष मंडराने लगा है। बिष्टुपुर बाजार में 100 साल पुराना पेड़ जमीन से उखड़ गया। वहीं ट्रैफिक कालोनी के पास रेलवे रिटायरिंग रूम का बाउंड्री वाल गिर गया। इस दौरान रेलवे रिटायरिंग रूम के लगभग 15 छोटे बड़े पेड़-पौधे क्षतिग्रस्त हो गए। स्टेशन क्षेत्र में स्थित सिंह होटल भी क्षतिग्रस्त हो गया है।
मुसाबनी में भी भारी नुकसान
मुसाबनी प्रखंड स्थित ग्राम कुइलिसुता के टोला सलगाडीह निवासी और किसान लिटा मुर्मू के एक बैल की मृत्यु बज्रपात की चपेट में आने से हो गई। इस घटना से उन्हें लगभग 25 से 30 हजार रुपये का का नुकसान हुआ है। पीड़ित ने बताया कि वर्तमान में धान रोपने का समय है ऐसे में एक गरीब किसान के बैल की मौत हो जाने से उनके समक्ष आर्थिक संकट गहरा गया है। वहीं दूसरी ओर बोस्टमगुटु गांव के दो घरों में पेड़ गिरने से भारी क्षति हुई है। जादू राम हंसदा के खपड़े के घर पर पेड़ गिरने से घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कि इस घटना में घर पर मौजूद लोगों को चोट नहीं आई अन्यथा एक बड़ी घटना घट सकती थी। वही मेनका बेसरा के शौचालय की छत में भी पेड़ गिरने से शौचालय पूरा क्षतिग्रस्त हो गया। पीड़ित परिवारों ने सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है। इधर, बारिश के कारण मुसाबनी-हाता मुख्य सड़क के कई जगहों पर पानी जमा हो गया जिससे आने जाने वाले गाड़ियों को काफी दिक्कतें हुई।