RANCHI
आजादी के 75 वर्ष बाद देश के सर्वोच्च पद पर जनजातीय समाज का प्रतिनिधि बैठने जा रहा है, यह हम सब के लिए गौरव का विषय है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आदिवासी समाज को जो सम्मान दिया है, उसके लिए उनको धन्यवाद। झारखंड के सरना समाज ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के दिन समाज की बच्चियों को प्रेरित करने के लिए खुब पढ़ो-आगे बढ़ो के नारे के साथ कॉपी-कलम देने का जो कार्य किया है, इसके लिए सभी का साधुवाद। उक्त बातें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री रघुवर दास ने कहीं। श्री दास राष्ट्रपति चुनाव के वोटिंग के दिन रांची के नामकुम रिंग रोड स्थित न्यू भुसूर गांव में बच्चियों के लिए आयोजित प्रोत्साहन कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का राष्ट्रपति पद पर चुना जाना जनजातीय समाज के बच्चों को काफी प्रेरित करेगा। आदिवासी समाज की बच्चियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
श्री दास ने कहा कि आदिवासी समाज ने देश की आजादी में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। पहली बार आदिवासी समाज के द्वारा ही अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान किया गया था। हमारे भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फुलो-झानो, तिलका मांझी, बीर बुद्धू भगत, समेत बड़ी संख्या में हमारे आदिवासी पूर्वजों ने अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। लेकिन देश की आजादी के बाद उन्हें वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आदिवासी समाज के अमर वीर शहीदों को सम्मान दिया। भारतवासी उनके बारे में जान सके, इसके लिए कई कार्य किये। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने की घोषणा की। सामान्य परिवार से आनेवाली आदिवासी महिला को देश में पहली बार राज्यपाल और अब राष्ट्रपति बनाया। जबकि देश पर 60 वर्षों तक राज करनेवाले दलों ने केवल अपने परिवार के लोगों को ही आगे बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत उत्सव में देश के शहीदों को सम्मान देने के लिए हर घर पर तिरंगा फहराया जायेगा। आप भी आस पास के गांव में हर घर में जाकर लोगों को इसके लिए प्रेरित करें। 13 अगस्त से अपने घर पर सभी तिरंगा फहरायें। यह आजादी की लड़ाई लड़नेवाले लाखों वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, छोटानागपुर सरना समिति के अध्यक्ष अशोक मुंडा, भाजपा की प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर, आरती सिंह, लाल खटंगा की मुखिया पुष्पा उरांव, केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा, मुख्य पाहन जगलाल पाहन, रवि मुंडा, बिरसा पाहन, करमू मुंडा, केंद्रीय सरना समिति के अमर मुंडा, जगरनाथ तिर्की, नवयुवक क्लब संघ सरना समिति के अध्यक्ष मुकेश मुंडा, अंजु मुंडा, कविता मुंडा, अंजु टोप्पा, छोटानागपुर सरना समिति के समीर राय, हरीश कुमार गझु, बिरसा पाहन, झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति, वीर बिरसा नगर के अलावा बड़ी संख्या में स्कूली बच्चियां व ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थीं।
बच्चियों ने कहा —-
राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय गढ़खटंगा, नामकुम की छात्र सुश्री सबिता कुमारी ने कहा कि यह हम सब के लिए खुशी की बात है कि हमारे बीच की एक आदिवासी महिला देश के सर्वोच्च पद पर पहुंची है। इनसे प्रेरणा लेते हुए हमें भी अपने देश के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए। अब आदिवासी समाज पीछे नहीं रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद, जिन्होंने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को यह सम्मान दिया।
संत मेरीज स्कूल, रामपुर की छात्रा सुश्री छोटी तिर्की ने कहा कि पहली बार कोई आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनने जा रही है। यह बहुत सम्मान की बात है। मोदी जी को इसके लिए धन्यवाद।
लाल खटंगा की निवासी आरती ने कहा कि आदिवासी महिला होकर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति के पद पर बैठनेवाली हैं, यह सभी के लिए सम्मान की बात है। इनके राष्ट्रपति बनने के बाद हम भी जागरूक होंगे और शक्तिशाली बनेंगे। प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद, जिन्होंने यह अवसर दिया।
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज को 75 वर्ष तक उपेक्षित रखा गया। उन्हें सही सम्मान नहीं मिला। कुछ दल केवल अपने परिवार के लिए ही काम करते रहें। अब पहली बार लग रहा है कि आदिवासी समाज की सुध लेनेवाला भी कोई है। नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद से आदिवासी समाज के विकास के लिए कई कार्य किये हैं। इनमें श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद तक पहुंचने से आदिवासी समाज को जो जागृति मिलेगी, वह समाज के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।