जमशेदपुर।
मॉडर्न प्राणीक हीलिंग * के जन्मदाता *मास्टर चोआ कोक सुई * के जन्ममाह में उनको श्रधांजलि के रूप में * जमशेदपुर फ़ूड फ़ोर हंग्री की टीम के द्वारा रेड क्रॉस के संयोजन से *रक्तदान शिविर * का आयोजन किया गया ।
मास्टर चोआ ने धरती पर स्वर्ग उतारने का सपना देखा था और उसी सपने को पूरा करने के लिए मॉडर्न प्रणिक हीलिंग एवं फ़ूड फ़ोर हंग्री की स्थापना की गई। यह ग्रंड मास्टर चोआ कोक सुई की एक ऐसी शिक्षा पद्धति है जो कि ऊर्जा विज्ञान के द्वारा मानव शरीर के अदृश्य भाग जो (केवल कर्लिन कैमेरा से ही देखा जा सकता है )भौतिक स्वरूप पर उसी प्रकार कार्य करता है जिस प्रकार वैज्ञानिक पद्धति की दवाइयाँ करती है। यही कारण है की दुनिया भर में ८० से अधिक देशों में करोड़ों लोग इस विद्या को सीखकर इसका लाभ ले रहे है । प्रणिक हीलिंग एक स्पर्श रहित पद्धति है जिसे मास्टर चोआ ने प्राकृतिक ऊर्जा को प्राचीन चित्रों, ग्रंथो , और शिक्षा को मिलाकर प्राचीन तकनीक का गहराई से शोधकर ध्यानपूर्वक विश्लेषण और प्रयोग किया और ये पद्धति मनुष्य की शारीरिक , मानसिक एवं धार्मिक सभी तरह की शक्तियों की वृद्धी करता है । आज पूरे जमशेदपुर के निवासी भी कई प्रकार से इस पद्धति का लाभ ले रहे है ।
प्रणिक हीलिंग जमशेदपुर फ़ूड फ़ोर हंग्री द्वारा वर्ष दिन २५० से ऊपर ज़रूरत मंद लोगों को भोजन , 4 गाँवों के लोगों को स्वच्छ पेयजल, के अलावा शिक्षा , रोजगार , सामाजिक कल्याण तथा स्वच्छ वातावरण के क्षेत्र में कई कार्य किए जा रहे है ।
अर्थात् अपने मास्टर के स्वप्न को साकार करने की दिशा में प्राणिक हीलरो के द्वारा उपचार एवम् फ़ूड फ़ोर हंग्री द्वारा जनकल्यान दोनो क्षेत्रों में पुरज़ोर कार्य किया जा रहा है । ताकि मास्टर चोआ के लक्ष्य हेवन ऑन अर्थ की दिशा में कदम आगे बढ़ाया जा सके । प्राणिक हीलिंग के ओर से किए गये “ रक्तदान शिविर” में ३०० से ऊपर लोगों ने भाग लिया और १८० यूनिट रक्तसंग्रह किया गया ।आज इस शिविर के लिए
प्राणिक हीलिंग फ़ूड फ़ोर हंग्री के ट्रस्टी अनुराग कुमार के अलावा शर्मिना पारिख , आभा ठाकुर , रवीना कुमार, सारिका अग्रवाल, नेहा पसारी, तोरल , अनिता खेमका ,अनुजा सिंघानिया एवं नितुलिका सिंह भी मौजूद थे ॥